रैबार के निष्कर्षों पर नीति बनाने की कसरत
देहरादून : राज्य स्थापना दिवस समारोह के दौरान ‘रैबार’ कार्यक्रम से नौ बिंदुओं पर निकले ‘अमृत’ पर प्रदेश सरकार ने न सिर्फ मंथन प्रारंभ कर दिया है, बल्कि इन्हें नीति में शामिल करने की कवायद प्रारंभ कर दी है। जल्द ही इसके सार्थक नतीजे धरातल पर भी नजर आने लगेंगे। देहरादून में ‘स्वच्छ दून-सुंदर दून’ के सपने को साकार करने के मद्देनजर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित किए जाने के फैसले से इसका आगाज भी हो गया है।
देश में महत्वपूर्ण पदों पर आसीन उत्तराखंड की तमाम हस्तियां देहरादून में हुए रैबार कार्यक्रम में एक मंच पर आई थीं। इस दरम्यान राज्य की बेहतरी के लिए मंथन हुआ और इसमें विशिष्टजनों ने कई सुझाव दिए।
साथ ही प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए अपने स्तर से हरसंभव सहयोग देने की बात कही। राज्य सरकार ने भी उनके महत्वपूर्ण सुझावों को हाथों-हाथ लिया। मंथन में प्रदेश से जुड़े जिन नौ बिंदुओं पर अहम सुझाव आए, उन्हें सूचीबद्ध कर इन पर विचार चल रहा है और ये जल्द ही नीति का हिस्सा बन जाएंगे।
ये थे रैबार के मुख्य बिंदु
- कौशल विकास व शिक्षा
- पर्यटन
- स्वच्छता
- पलायन
- खेती-किसानी
- कला संस्कृति
- आधारभूत ढांचा
- महिला व युवा उत्थान
- साइबर सिक्योरिटी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि रैबार कार्यक्रम के दौरान देश में महत्वपूर्ण पदों पर आसीन उत्तराखंड की हस्तियों ने राज्य की बेहतरी के लिए जो सुझाव दिए, उनमें से अधिकतर सुझावों पर सरकार ने कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इन सुझावों को विभिन्न सेक्टर की नीतियों का हिस्सा बनाया जाएगा।