गायत्री प्रजापति के पास आय से 6 गुना ज्यादा संपत्ति
लखनऊ। समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की मुश्किलें अब बढ़ती दिखाई दे रही हैं. बुधवार 30 दिसंबर की सुबह अमेठी में उनके घर पर ईडी का छापा पड़ा है। ईडी के 6-7 अधिकारी कई घंटों से उनके घर पर जांच कर रहे हैं. साथ ही, गायत्री प्रजापति के बेटे अनिल प्रजापति के लखनऊ स्थित दफ्तर पर भी ईडी ने छापेमारी की है. उधर, प्रजापति के ड्राइवर के घर पर भी परिवर्तन निदेशालय की छापेमारी चल रही है।अमेठी कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास कॉलोनी में गायत्री प्रसाद प्रजापति का घर है. जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह शासन से मंजूरी मिलने के बाद प्रयागराज से ईडी के अधिकारी प्रजापति के घर पहुंचे. बता दें, आय से अधिक संपत्ति मामले में गायत्री प्रजापति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. जांच में यह बात सामने आई है कि साल 2012-17 के बीच में मंत्री रहते हुए गायत्री प्रजापति के पास आय से 6 गुना ज्यादा संपत्ति है. वैध सोर्स से उनकी इनकम करीब 50 लाख रुपये थी, जबकि संपत्तियों की कीमत 3 करोड़ से ज्यादा है। जांच में यह भी पाया गया है कि प्रजापति के पास 22 ऐसी संपत्तियां हैं जो कहीं रजिस्टर्ड नहीं हैं. यह संपत्तियां इसी दौरान उनके करीबियों, निजी सहायकों और ड्राइवर के नाम पर खरीदी गईं थीं. इन संपत्तियों के दस्तावेजों के साथ संपत्तियां जिनके नाम पर खरीदी गई हैं, उनसे भी पूछताछ की जानी है. सवाल यह है कि जिस पैसे से यह संपत्तियां खरीदी गई हैं वह कहां से आया? इसके साथ ही, उनसे इनकम टैक्स रिटर्न और बैंक अकाउंट्स के संबंध में भी जवाब मांगा जाएगा।बता दें, खनन घोटाले में प्रजापति के खिलाफ सीबीआई की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई थी. इसके बाद ईडी ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. ईडी इस मामले में प्रजापति और उनके दोनों बेटों समेत कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है।ईडी ने गायत्री प्रजापति के बेटे अनिल प्रजापति से कई कंपनियों को लेकर पूछताछ की थी. इस दौरान ईडी को करोड़ों के ट्रांजेक्शन से जुड़े सबूत मिले थे. गायत्री प्रजापति के बेटे पर आरोप है कि उसने शेल कंपनियों की मदद से मोहनलालगंज में करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है. यह भी पता चला है कि बेटे की कंपनी एमजे कॉलोनाइजर्स लखनऊ के मोहनलालगंज में 110 बीघा जमीन खरीदी है. जहां 1 बीघे की कीमत एक करोड़ रुपये आंकी जा रही है।गौरतलब है कि पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति दुष्कर्म के केस में जेल में बंद हैं. इस मामले में लखनऊ पुलिस ने 15 मार्च 2017 को पूर्व मंत्री को गिरफ्तार किया था और तब से वह जेल में ही हैं।