गंगा सुरक्षा समिति की बैठक, आपसी समन्वय बनाकर कार्यों में तेजी लाने के निर्देश : जिलाधिकारी
देहरादून, । नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत जिला स्तर पर गठित जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक जिलाधिकारी सी रविशंकर की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में समिति के सभी सदस्यों के उपस्थित न रहने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार की महत्वपूर्ण बैठकों में सदस्यों की उपस्थिति आवश्यक हो इसके लिए सम्बन्धित को निर्देश दिये। बैठक में जिला गंगा सुरक्षा समिति द्वारा अभी तक नामामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत् चलाये जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी ली तथा सम्बन्धितों को आपसी समन्वय बनाकर कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। बैठक में वन विभाग द्वारा सम्पादित किये जा रहे गंगा वाटिका के तहत् रोपित पौधों की सुरक्षा के लिए व्यापक रूप से कार्ययोजना तैयार किये जाने को कहा बताया गया कि ऋषिकेश में सड़क के दोनों ओर 3000 पौधे रोपित किये गये हैं तथा लच्छीवालामें गंगा वाटिका के तहत् वृहद वृक्षारोपण किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा नमामि गंगे प्रोजेक्ट की समीक्षा के दौरान अभी तक प्राप्त उपलब्धियों में अग्रेत्तर वृद्धि करने के निर्देश दिये हैं। उन्होने सम्बन्धित विभागों को आहूत बैठक से दो दिन पूर्व सम्पादित किये गये कार्यों का अपडेट वन विभाग को उपलब्ध करायें जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने रिस्पना, बिन्दाल क्षेत्र के सभी नालों की टेपिंग का कार्य तेजी से चलाये जाने के साथ ही 20 प्रतिशत् अवशेष सीवर लाइन के लिए सप्लीमेन्ट्री आंगणन तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने परियोजना प्रबन्धक निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई (गंगा) पेयजल निगम ऋषिकेश द्वारा निर्माणधीन कार्यों की प्रगति की जानकारी लेते हुए निर्माण कार्यों को पूर्ण गुणवत्ता व पारदर्शिता से कराये जाने के निर्देश दिये। बैठक में गंगा नदी में जा रहे गंदे नालों की टेपिंग का कार्य तेजी से कराये जाने पर बल देते हुए कहा कि गांग की निर्मलता को बनाये रखने के लिए गन्दे नालों पर टेपिंग कार्य किया जाना आवश्यक हैं। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत् सालिड वेस्ट मेनेजमैंट एवं शौचालय निर्माण कार्यों को पूरा करने में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने गोहरीमाफी में नमामि गंगा प्रोजेक्ट के तहत् आच्छादित होने तथा वहां पर निर्माधीन कार्यों को तीव्रगति से पूरा करने के निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी ने उत्तराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को नमामिं गंगे प्रोजेक्ट के तहत् अवरोध पैदा करने वाले संस्थानों को नोटिस जारी किये जाने के भी निर्देश दिये। जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक में बताया गया कि अभी तक समिति की 11 बैठक आहूत हो चुकी है जिलाधिकारी ने पाक्षिक रूप से बैठक आयोजित करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। बैठक में बताया गया कि नगर निगम क्षेत्र ऋषिकेश के 40 वार्डों में शत् प्रतिशत् डोर-टूर-डोर कूड़ा एकत्रित किया जा रहा है। सीवर संयोजनों के क्रम बताया गया कि अभी तक 7036 भवनों में सीवर संयोजन किये जा चुके है तथा 1037 भवनों में सीवर संयोजन होना सम्भवन नही है जबकि 20 भवनों में सीवर संयोजन किये जाने है। ऋषिकेश में गंगा नदी में मिलने वाले 8 नालों में 5 नाले टैप तथा 03 में जाल लगाये जा चुके है। इसके साथ ही आईएडंडी एवं 26 एमएलडी एसटीपी के कार्यों में 49 प्रतिशत् भौतिक प्रगति प्राप्त की गई। बैठक में बताया गया कि ऋषिकेश स्थित त्रिवेणीघाट में एलईडी स्क्रीन लगवाने का कार्य प्रगति पर है। बैठक में डीएफओ राजीव धीमान, एपीडी विक्रम सिंह सहित समिति से सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।