उत्तराखण्ड में फिल्म केदारनाथ के साढ़े चार सौ शो हुए थे कैंसिल

देहरादून/ उत्तराखण्ड। छह दिसम्बर 2018 ये रिलीज की डेट थी सुशांत सिंह राजपूत की महत्वाकांक्षी फिल्म केदारनाथ की। जिसमें अभिनेता सैफ अली खान और अभिनेत्री अमृता सिंह की बेटी सारा अली खान को लांच किया जा रहा था। मगर फिल्म के कथानक को लेकर विवाद ऐसा पनपा कि उत्तराखंड में रातों रात इस फिल्म को बैन कर दिया गया। देहरादून में पहले ही दिन इस फिल्म के 62 शो कैंसिंल करने पड़े। फिल्मों की बुकिंग हफ्ते दर हफ्ते के लिए की जाती है। लिहाजा मल्टीप्लेक्स व सिंगल थिएटर मालिकों को पूरे हफ़्ते के साढ़े चार सौ शो कैंसिल कर घाटा उठाना पड़ा।केदारनाथ की आपदा को लेकर प्रचारित की गई इस फिल्म के विषय को लेकर विरोध की जो हवा बही उसने सुशांत सिंह राजपूत की इस फिल्म को खासा नुकसान पहुंचाया। टीजर आते ही जगह जगह विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। फिल्म के पोस्टर तक जलाए गए। फिल्म देश में तो रिलीज हुई मगर उत्तराखंड में इस फिल्म को लेकर विरोध बढ़ता चला गया। रिलीज से सिर्फ एक दिन पहले सरकार के निर्देश पर देहरादून में तत्कालीन डीएम एसए मुरुगेशन ने फिल्म को लगने से रोकने का आदेश जारी कर दिया। रात में व्हाट्सएप पर बैन का आदेश आया और सुबह होने तक लिखित आदेश भी आ गया। सिनेमाहॉलों के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। ताकि कोई अप्रिय घटना न घट सके। उस हफ्ते कोई नई फिल्म रीलिज नहीं हुई सो सिनेमा हॉल संचालकों को पुरानी फिल्में दिखानी पड़ी। सुशांत सिंह राजपूत समेत फिल्म के निर्देशक अभिषेक कपूर उत्तराखंड सरकार के इस निर्णय से विचलित हुए। अपने ट्वीट में उन्होंने इस पर प्रतिक्रिया भी दी थी। प्रभात सिनेमा हॉल के मैनेजर जीएस राणा ने बताया कि बैन का आदेश आने के बाद परिसर में पुलिस तैनात हो गई। फिल्म के लिए जो भी एडवांस बुकिंग की गई थी। सभी को उसके पैसे लौटाए गए।फिल्म की 29 दिनों की शूटिंग त्रिजुगीनारायण, केदारनाथ, गौरीकुंड, चोपता, दुग्गलबिटा में हुई थी। कुछ स्थानीय कलाकारों ने भी फिल्म में काम किया। इनमें श्रीनगर के रंगकर्मी व गायक कलाकार राकेश भट्ट के पुत्र अक्षत व उत्तरकाशी निवासी अरविंद पंवार भी शामिल थे। शूटिंग में सहुलियत के लिए मुबंई में भी केदारनाथ मंदिर का सेट बनाया गया था। राकेश भट्ट के अनुसार अक्षत इस खबर को सुनने के बाद बेहद गमगीन है। उसने फिल्म में सुशांत के छोटे भाई की भूमिका की थी। सुशांत उन्हें अपनी गोद में बैठाकर काफी दुलार करते थे। अक्षत उस समय कक्षा छह में पढ़ रहे थे।

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