मचलिए मत, अभी दिल्ली एनसीआर में खत्म नहीं हुआ है काेहरे का प्रकोप
नई दिल्ली । 13 जनवरी से कोहरा एक बार फिर वापसी कर सकता है। मौसम विभाग के अनुसार 13 से हवा के रुख में बदलाव के चलते मौसम में व्यापक बदलाव के संकेत है। न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आएगी, जिससे शीत लहर की संभावना भी बन रही है। हालांकि, गुरुवार की सुबह खीली धूप ने लोगों को ठंड से राहत मिली। बुधवार की रात कोहरे का भी प्रकोप कम रहा। इससे लोगों ने राहत की सांस ली। लेकिन मौसम विभाग का दावा है कि यह राहत लंबे समय तक बनी रहने वाली नहीं है, एक बार फिर कोहरा वापसी कर सकता है।
प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र दिल्ली के निदेशक डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव के अनुसार 12 जनवरी तक कोहरा हल्का रहेगा, लेकिन 13 जनवरी से कोहरे का असर बढ़ सकता है। तापमान में इस दौरान गिरावट आएगी। न्यूनतम तापमान 5 डिग्री तक गिर सकता है। वहीं अधिकतम तापमान भी 21-22 के आसपास रहेगा।
6 सालों में नहीं रहा इतना अधिक तापमान
अधिकतम तापमान बुधवार को 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 3 डिग्री अधिक है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 6 सालों के दौरान दिल्ली का अधिकतम तापमान 10 जनवरी को 22 डिग्री से उपर नहीं गया है। बीते मंगलवार को अधिकतम तापमान 21.6 डिग्री रहा था। एक दिन में दो डिग्री की वृद्धि अधिकतम तापमान में दर्ज की गई है।
उधर, बुधवार को अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 3 डिग्री अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान अब भी 6.8 डिग्री सेल्सियस पर है जो सामान्य से 3 डिग्री कम है। हवा में नमी का स्तर 97 से 40 फीसद तक चल रहा है।
ठंडी व तेज गति की हवा के कारण धुंध जहां कम हुई है वहीं धूप में सर्दी का अहसास थोड़ा कम हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक 13 जनवरी को न्यूनतम तापमान गिरकर 4 से 5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच सकता है।
रेलवे स्टेशनों पर अव्यवस्था से यात्रियों की बढ़ी परेशानी
ट्रेनों की लेटलतीफी से बेहाल यात्रियों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। स्टेशन पर ट्रेन के आने या रवाना होने के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। इससे वे इस कड़ाके की सर्दी में प्लेटफॉर्म पर रात बिताने को मजबूर हो रहे हैं। स्टेशन पर भी जो समय बताया जाता है उसमें बदलाव हो जाता है।
इसलिए स्टेशन पर पूछताछ काउंटर पर यात्रियों की भीड़ रह रही है। एसएमएस से मिलने वाला संदेश भी सही नहीं रहता है। यात्रियों का कहना है कि यदि रेल प्रशासन ट्रेन की सही जानकारी ऑनलाइन दे तो लोग उसी हिसाब से स्टेशन पहुंचेंगे।
ट्रेनों के सही समय की जानकारी नहीं होने से स्टेशनों पर भीड़ भी बढ़ रही है। प्रतीक्षालय में लोगों को बैठने की जगह नहीं मिल रही है। इसलिए प्लेटफॉर्म पर ही बैठकर ट्रेन का इंतजार करना पड़ रहा है।
भीड़ बढ़ने से सफाई व्यवस्था भी बिगड़ रही है। वहीं, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन की अधिकतम गति के आधार पर उसके गंतव्य तक पहुंचने की घोषणा की जाती है। रास्ते में ज्यादा लेट होने के कारण इसके संभावित समय में भी बदलाव करना पड़ता है।