राज्यों में आईटीआई के विकास पर फोकस : हरक
नई दिल्ली/देहरादून। अप्रेंटिस प्रशिक्षण के महत्व को बढ़ावा देने और कौशल विकास के प्रमुख मुद्दों को संबोधित करने के लिए, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) ने नई दिल्ली में कौशल विकास और उद्यमिता पर राज्य मंत्रियों का एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया। इस सम्मलेन की अध्यक्षता श्री अनंतकुमार हेगड़े, राज्य मंत्री, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने की। इस सम्मलेन में एमएसडीई के सचिव डॉ केपी कृष्णन, श्री राजेश अग्रवाल, संयुक्त सचिव, एमएसडीई; श्री राजेश अग्रवाल, डीजी, प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के एमडी और सीईओ श्री मनीष कुमार ने उपस्थिति दर्ज कराई।
यह बैठक इंडिया स्किल्स 2018 राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के दौरान आयोजित की गई थी जहां देश में 27 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करने वाले 400 से अधिक उम्मीदवार 50 कौशलों में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। इस बैठक में सभी 29 राज्यों के प्रतिनिधियों की भागीदारी देखी गई। सम्मेलन में उपस्थित कुछ प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में श्री हरक सिंह रावत, माननीय कौशल विकास मंत्री उत्तराखंड; श्री चेतन चौहान, माननीय मंत्री, खेल और युवा कल्याण, उत्तर प्रदेश; श्री संभाजी पाटिल नीलंगेकर, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री, आदि शामिल थे।इस बैठक में भारत में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए ठोस प्रयासों की गंभीर आवश्यकता पर केन्द्र और राज्य सरकारों के बीच एक जीवंत चर्चा देखी गई।इस सम्मेलन में बोलते हुए, कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री श्री अनंत कुमार हेगड़े ने कहा कि, स्किल इंडिया उस समय से काफी लंबा सफर तय कर चुका है जब इसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें आवश्यक कौशल के विश्वसनीय डेटा को एकत्रित करना शामिल था। स्किलिंग को अधिक प्रभावी और असरदार बनाने के लिए, हमने मांग-आधारित दृष्टिकोण अपनाया है, जहां हम पहले उन क्षेत्रों को देखते हैं जिन्हें कुशल मैनपाव्र की आवश्यकता होती है और फिर उसके अनुसार लोगों को प्रशिक्षित किया जाता है। नियोक्ता कौशल में ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण देने पर हमारा प्रयास प्रमुख है और यही कारण है कि हमने स्किल ऑन व्हील्स पहल को जिन भी राज्यों में लागू किया, उन सभी राज्यों ने बड़ी सफलता हासिल की। “