प्रदेश में लॉकडाउन का पहला दिन ,दून के चौराहों पर पुलिस के जवान एवं, अधिकारी तैनात
देंहरादून। प्रदेश में 31 मार्च तक के लॉकडाउन की घोषणा के बाद प्रदेश की राजधानी, देहरादून सहित अन्य शहरों में भी लॉक डाउन का असर देखने को मिला। अधिकांश लोग अपने ही घरों में रहे जबकि कुछ एक लोग ही घरों से बाहन निकलकर अपने काम निपटाए। लोगों ने राशन सहित घर के लिए जरूरी सामान की खरीदारी की। हालांकि, सार्वजनिक वाहन पूरी तरह से बंद रहे। सड़कों पर दूर-दूर तक सन्नाटा पसरा रहा। दुकानें बंद हैं। कोरोना के बचाव के लिए लोगों ने अपने आप को घरों में कैद कर लिया है। कुछ जगह गलियों में कुछ देर के लिए दुकानें खुलीं जो बाद में बंद कर दी गईं। वहीं पुलिस प्रशासन के आला अफसर सुबह से ही भ्रमण पर रहे। दूसरी तरफ नगर निगम के हजारों कर्मचारी शहर को विसंक्रमित करने में जुटे थे। नगर निगम की टीम ने रसायनों से सड़कों, बस अड्डों सहित सार्वजनिक स्थानों पर छिड़काव किया गया।वहीं, मसूरी में सोमबार को सुबह से ही लोग माल रोड पर घूमते हुये नजर आये। शहर में सुबह 9बजे करीब सब्जी, जनरल स्टोर, दवाई की दुकाने खुल गयी थी लेकिन भीड़ नही देखी गई। लॉकडाउन की वजह से सबसे ज्यादा परेशान मजदूर तबका नजर आया। मजदूरों का कहना था की काम सारे बद हो गये जिससे रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है,दो जून की रोटी के लिए भी मोहोताज होना पड़ रहा है।बताया की अब तो घर भी नही जा सकते ।वही, बाजार पूर्ण रुप से बद हैं। पुलिस सभी से अपने घर मे रहने की सलाह दे रही है, मजदूर काम की तलाश में सुबह 8 बजे से ही शहर के चौक चौराहों पर देखे गये। मॉल रोड़ पर दुपहिया व चोपहिया वाहनों की आवाजाही नजर आई। आराघर चौक पर चौकी इंचार्ज राजेश असवाल के नेतृत्व में संघन चेकिग अभियान एवं आम लोगों को जागरूक किया जिसमें कई लोग बिना मास्क के देखे गये चौकी प्रभारी राजेश असवाल ने मास्क लगाने की हिदायत दी ।