वनन्त्रा रिसार्ट के मालिक की फैक्ट्री में लगी आग अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड के बचे हुए सबूत मिटाने के षड़यंत्र का हिस्साः जोशी
देहरादून, । उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने वनन्त्रा रिसार्ट के मालिक की स्वदेशी कैन्डी फैक्ट्री में लगी आग को अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड के बचे हुए सबूत मिटाने का षड़यंत्र बताया है। मथुरादत्त जोशी ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर पहले दिन से ही अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड में लीपापोती का काम किया जा रहा है। भाजपा नेता से जुडे होने के कारण 5 दिन तक अंकिता भण्डारी की गुमशुदगी की रिपोर्ट न लिखा जाना, फिर नियमित पुलिस और राजस्व पुलिस के बीच मामले को उलझाये रखना, दोषियों की गिरफतारी न करना और गिरफ्तारी के बाद दोषियों की कई दिन तक पुलिस रिमांड न लेना, सबूत मिटाने की नीयत से रिसार्ट में तोड़फोड करवाना, पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा पहले तोड़फोड की अनुमति से इंनकार करना तथा बाद में हामी भरना जैसे सारे बिन्दु इस मामले में भाजपा सरकार के हस्तक्षेप की ओर इशारा करता है। उन्होंने कहा कि इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी की राज्य सरकार अब इतने दिन बाद हत्याकाण्ड के तीन मुख्य आरोपियों पर गैंगेस्टर एक्ट लगाकर अपनी पीठ थपथपा रही है।
मथुरादत्त जोशी ने कहा कि जिस प्रकार अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड में सरकार का रवैया रहा है उससे इस प्रदेश में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का भारतीय जनता पार्टी का नारा सचमुच में जुमला साबित हुआ है। आज प्रदेश में महिलाएं अपने को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अंकिता भण्डारी जघन्य हत्याकाण्ड से न केवल देवभूमि की अस्मिता कलंकित हुई है अपितु इसका असर बाहर से आने वाले पर्यटकों पर भी पड़ा है। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि वनन्त्रा रिसार्ट के मालिक की स्वदेशी आॅवला कैन्डी फैक्ट्री में लगी आग बचे हुए सबूत मिटाने का एक और षड़यंत्र है।
एक अन्य बयान जारी करते हुए मथुरादत्त जोशी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की राज्य सरकार द्वारा अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती घोटाला, सहकारिता विभाग भर्ती घोटाला और विधानसभा भर्ती घोटालों पर पर्दा डालने का प्रयास किया जा रहा है तथा इसी के चलते अब गुलामी की निशानियों का राग अलापते हुए विभिन्न स्थानों का नाम बदलने का शिगूफा डोड़कर जनता का ध्यान इन ज्वलंत मुद्दों से भटकाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती घोटाले में एक तरफ से लगातार घोटालेबाजों की गिरफतरियां निरंतर जारी हैं वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार की कमजोर पैरवी के चलते घोटालेबाजों को जमानत मिलनी शुरू हो गई है। उन्होंने यह भी अशंका जताई कि जिस प्रकार सरकार द्वारा इन घोटालों में लिप्त बड़ी मछलियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है उनमें भी कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि जब भाजपा सरकार द्वारा कहा जायेगा इन भर्तियों में कोई घोटाला हुआ ही नहीं था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी सरकार के भ्रष्टाचार, लचर कानून व्यवस्था तथा जनहित के मुद्दों की अपनी लड़ाई जारी रखेगी।