बूढ़े फायर वाटर टेंडरों के सहारे जंग लड़ रहा है अग्निशमन विभाग
देहरादून। 2021 में सरकार कुंभ की तैयारियों में जुटी हुई है, लेकिन आपातकालीन सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अग्निशमन विभाग की तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। विभाग के पास प्रदेश के फायर स्टेशनों में 68 फायर वाटर टेंडर हैं, जिनमें से 34 वाहन अपनी मियाद पूरी कर चुके हैं। बजट के अभाव के कारण विभाग को बूढ़े वाटर टेंडरों से ही काम चलाना पड़ रहा है। कुंभ को देखते हुए अग्निशमन विभाग ने वाहन व उपकरण की खरीद के लिए छह करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा है। वर्ष 2019 के दौरान विभाग को एशियन विकास बैंक (एडीबी) से तीन करोड़ की धनराशि मिली थी, जिससे विभाग की ओर से तीन मल्टीपर्पज फायर वाटर टेंडर व अन्य उपकरण खरीदे गए थे। इसके बाद विभाग को बजट ही नहीं मिल पाया। अग्निशमन विभाग को मिलने वाला वार्षिक बजट भी काफी कम है। 2019 में शासन की ओर से विभाग को रक्षक सामग्री खरीदने के लिए एक करोड़ व मशीन उपकरण खरीदने के लिए 1.75 करोड़ रुपये जारी किए गए थे।
बढ़ती आबादी को देखते हुए अग्निशमन विभाग की ओर से चार जगह नए फायर स्टेशन खोलने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इनमें ग्रीष्मकालीन राजधानी बनने के बाद गैरसैण के अलावा चंपावत, किच्छा व पुरोला शामिल हैं। मौजूदा समय में प्रदेश में 45 फायर स्टेशन व फायर यूनिटें हैं।