दुलर्भ चित्रों की प्रदर्शनी लगाये : डीएम
अल्मोड़ा, । सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ ही जनपद के ऐतिहासिक स्थलों व अन्य महत्वपूर्ण संस्कृति से जुड़ी स्मृतियों के संरक्षण हेतु उदय शंकर नाट्य अकादमी का अधिकाधिक उपयोग हो सके इसके लिए विशेष प्रयास किये जा रहे है। इस बात की जानकारी जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने आज एक महत्वपूर्ण बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि उदय शंकर नाटय अकादमी में संस्कृति विभाग व पुरातत्व विभाग के दुलर्भ चित्रों की प्रदर्शनी लगाये जाने के साथ-साथ विभिन्न विद्यालयों द्वारा समय-समय पर जो पेंटिग प्रतियोगिताये आयोजित की जाती है उससे सम्बन्धित उत्कृष्ट पेंटिगों की प्रदर्शनी भी वहॉ पर लगायी जायेगी। जिलाधिकारी ने बैठक में इस बात पर विशेष जोर दिया कि वहॉ पर कार्यक्रम आयोजित कराने हेतु एक उच्च क्षमता के जनरेटर की आवश्यकता पड़ेगी इसके लिए उन्होंने निदेशक संस्कृति से दूरभाष पर वार्ता भी की। उन्होंने कहा कि इसके लिए शीघ्र धनराशि की व्यवस्था की जायेगी। जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य भातखण्डे संगीत महाविद्यालय को निर्देश दिये कि वे मुख्य कोषाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर उदय शंकर नाटय अकादमी की गतिविधिया बढ़ाने के लिए शासन द्वारा उदय शंकर नाटय अकादमी समिति के गठन हेतु जो स्वीकृति प्राप्त हुई है उसका रजिस्ट्रेशन सोसायटी एक्ट 1860 के अन्तर्गत शीघ्र पंजीकरण कराना सुनिश्चित करें साथ ही एक बायलाज भी इसका तैयार कर लिया जाय ताकि तद्नुसार वहॉ पर गतिविधियॉ चालू हो सके। जिलाधिकारी ने बताया कि जब भी संस्थान में कोई कार्यक्रम आयोजित होंगे उसके लिए समिति के निर्णयानुसार एक शुल्क भी निर्धारित कर लिया जाय ताकि वहॉ पर जनरेटर, बिजली, सफाई आदि की व्यवस्थायें सहित अन्य व्यवस्थायें संचालित हो सके। जिलाधिकारी ने कहा कि भविष्य में वहॉ पर अनेक गतिविधियॉ आयोजित की जायेंगी जिसके लिए इंटेक सहित अन्य संस्थाओं से बातचीत भी जारी है। उन्होंने कहा कि स्थानीय कलाकार व फिल्म से जुड़े लोग वहॉ पर अगर कोई गतिविधी आयोजित करेंगे उन्हें समिति के प्राविधानो के अनुसार वहॉ पर समन्वय स्थापित करना होगा ताकि उन्हें स्थानीय तौर पर कुछ रियायत दी जा सके।जिलाधिकारी ने इस अवसर पर प्रधानाचार्य भातखण्डे संगीत महाविद्यालय को निर्देश दिये जो भी कार्यवाही करने के लिए उन्हें निर्देश दिये गये है वे 10 दिन के भीतर कार्यवाही करना सुनिश्चित करेंगे साथ ही अधिशासी अभियन्ता ग्राम्य विकास विभाग को निर्देश दिये वहॉ पर रात्रि में जो चौकीदारी का काम करते है उनके लिए फेब्रिकेटिड भवन की व्यवस्था सुनिश्चित कर दें ताकि जो भी पर्यटक वहॉ पर आयें उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके अलावा जिलाधिकारी ने कहा कि पुराने फोटोग्राफ्स, एैंपण, ताम्र उद्योग व हस्तशिल्प से सम्बन्धित जो दुलर्भ चीजे है उनकी प्रदर्शनी हेतु सामान उपलब्ध करा सकते है तो उनकी प्रदर्शनी को वहॉ पर नाटय अकादमी में निःशुल्क स्थान दिया जायेगा। जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगरपालिका को निर्देश दिये कि शहर के बीच में एक स्थायी होर्डिंग की स्थापना भी कर दी जाय जब कभी भी इस संस्थान में कार्यक्रम आयोजित होंगे तो होर्डिंग में सूचना लिखने की सुविधा मिल जायेगी उससे व्यापक प्रचार-प्रसार होगा। जिलाधिकारी ने कहा कि समय-समय पर विभिन्न विद्यालयों द्वारा बच्चों के जो भ्रमण कार्यक्रम कराये जाते है उनसे समन्वय स्थापित कर नाटय अकादमी में भी यह कार्यक्रम हो सकते है इससे बच्चों को अल्मोड़ा जनपद से सम्बन्धित अनेक जानकारियॉ प्राप्त करने का मौका मिलेगा। जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य संगीत महाविद्यालय को निर्देश दिये कि वे कोषागार में रजिस्ट्रेशन के बाद एक संयुक्त खाता भी खोला जायेगा इसके लिए भी वे बैंक अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करेंगे। इस महत्वपूर्ण बैठक में उपस्थित युसूफ तिवारी ने अनेक सुझाव दिये जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि वे समय-समय पर प्रधानाचार्य के साथ समन्वय स्थापित कर इस कार्य में सहयोग प्रदान करेंगे। इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य कोषाधिकारी गुलफाम अहमद, प्रधानाचार्य भातखण्डे संगीत महाविद्यालय योगेश पंत, शारदा पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य विनीता शेखर, युसूफ तिवारी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे, प्रभारी क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी चन्द्र सिंह चौहान, प्रभारी राजकीय संग्रहालय ज्ञान तिवारी, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका श्याम पाण्डे, पटल सहायक दीपा पाण्डे सहित अन्य लोग उपस्थित थे।