प्रांतीय रक्षा दल के जवान की मौत के बाद भी नही जाग रहा विभाग जवानो की कोई सुध नही ले रही सरकार
देहरादून । PRD यानी प्रांतीय रक्षा दल का गठन क्षेत्र की सुरक्षा के लिए किया गया था लेकिन इस महामारी मे प्रांतीय रक्षा दल के जवान खुद असुरक्षित हो गये हैजिसके चलते PRD के जवान भी मौत के मुह मे समा रहे है ताजा मामला आया है पंचम सिह का जो ड्युटी के दोरान ही काल के गाल मे समा गया पंचम सिंह अपने पीछे 11 साल के लडके और 19 साल की लड़की सहित अपनी पत्नी को विभाग और डाक्टरो की लापरवाही का शिकार हो गया लेकिन हौसला और जज्बा तो देखिये बडे भाई की मौत के बाद भी छोटा भाई करोना काल मे पंडित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल मे करोना टेस्ट मे अपनी सेवाए दे रहा है पंचम के साथियो मे अपने साथी की मौत का गम तो है ही साथ ही साथ विभाग के प्रति आक्रोश भी साफ साफ दिखाई दे रहा है जो अपनी उपेक्षा से सख्त नाराज है नाम ना बताने की शर्त पर जवानो ने बताया की हमे कीसी भी तरह की सुविधा नही मिल रही है जिसके चलते हम बहुत परेशान है और तो और अगर हम बिमार होते है तो चिकित्सक हमारे साथ आम जनता से भी बदतर व्यवहार करते है जिसके चलते हम और भी टूट जाते है । इतनी मुसीबतो का सामना करने के बाद भी हम जनता ,विभाग और सरकार की उपेक्षा ही झेल रहे है ।जहा एक तरफ देश सहित प्रदेश भर मे करोना महामारी ने अपना तांडव किया हुआ है ऐसे मे अगर PRD के जवान अपनी जान पर खेल कर अपनी ड्यूटी को बिना किसी भेदभाव के निभा रहे है लेकिन विभाग और सरकार की अनदेखी के कारण अगर नौकरी छोड़कर चले गये तो इस महामारी मे सरकार पसीने पसीने हो सकती है सरकार और विभाग को मानवता के नाते मृतक के आश्रित को मुआवजा तो देना ही चाहिए ।अब देखना ये है कि विभाग या सरकार इनकी सुध लेती है या यू ही कुम्भकर्ण की नींद मे सोइ रहेगी ।