प्रधिकरण ने जनता की नाक में किया दम, वजूद समाप्त करने की उठी मांग
अल्मोड़ा। ज़िला स्तरीय विकास प्राधिकरण अल्मोड़ा के तानाशाही रवैये पर विरोध में बैठक का आयोजन नगर पालिका परिषद अल्मोड़ा के सभागार में आयोजित की गई।जिसमें कुमाऊं कमिश्नर के उस निर्देश की निंदा की गई जिसमें उनके द्वारा यह कहा गया कि नक्शा पास न कराने वाले व्यक्तियों को भवन सामग्री न बेचने तथा भवन निर्माण सामग्री बेचने वाले दुकानदारों के रजिस्टर चेक करने के साथ ही बिना नक्शा पास करने वाले भवन स्वामी को सामान बेचने पर उनके ख़िलाफ़ कार्यवाही करने के निर्देश दिये।कुमाऊँ कमिश्नर के इस बयान के आने के बाद अल्मोड़ा में प्राधिकरण का पुरज़ोर विरोध किया गया और एक सूत्रीय माँग करते हुए प्राधिकरण को समाप्त करने की बात कहते हुए बैठक का आयोजन किया गया।जिसमें चर्चा की गई कि जहाँ एक तरफ आम जनता के घर बनाने के सपने को तोड़ा जा रहा हैं वही दूसरी तरफ व्यपारियों के व्यापार करने पर भी सरकार परेशानियों को बढ़ा रही है। समिति के संयोजक ने कहा कि माननीय पीठ के निर्देश मिलने के बाद भी सरकार ने पहाड़ी क्षेत्रों का दुबारा सर्वे नहीं किया और न ही पहाड़ी क्षेत्रों में सर्वे के बाद ही प्रधिकरण को लागू करने का निर्देश माना जो कि सरकार की जनविरोधी नीतियों को स्पष्ट करता है इसके विपरीत सरकार ने विधायकों की समिति बनाकर समाधान करने की बात की है जो कि माननीय पीठ के दिये आदेश की अवहेलना है।सर्व संघर्ष समिति ने बैठक में निर्णय लिया कि समिति शीघ्र ही माननीय उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर कर सरकार के जनविरोधी नियमों को माननीय न्यायालय के सम्मुख प्रस्तुत करेगी और साथ ही आदर्श आचार संहिता समाप्त होने के बाद 28 मई से संघर्ष समिति पूर्व की तरह गांधी पार्क कि चौघानपाटा में अपना धरना जारी रखेगी।बैठक में समिति के संयोजक नगर पालिका परिषद अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी,पूर्व विधायक मनोज तिवारी,वरिष्ठ अधिवक्ता पी सी तिवारी,व्यापार मंडल के महामंत्री मनीष जोशी,आंनद सिंह बगड़वाल,अख्तर हुसैन, प्रताप सत्याल,आनंदी वर्मा,लता तिवारी,राधा बिष्ट,सुनयना मेहरा,रेखा धस्माना,लीला खोलिया,रेशमा परवीन,चंद्रमणि भट्ट,दीपांशु पांडेय,सुरेंद्र लाल टम्टा,केशव पांडेय,पी जी गोस्वामी, तारा चंद्र साह,लक्ष्मण सिंह ऐठानी, दया कृष्ण कांडपाल, आनद सिंह ऐरी,रमेश कांडपाल,अशोक पांडेय,गोपाल चौहान सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।