ड्रोन से होगी केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की निगरानी
रुद्रप्रयाग : केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सक्रियता को देखते हुए उत्तराखंड शासन भी सजग हो गया है। शनिवार को मुख्य सचिव उत्पल कुमार, प्रमुख सचिव सिंचाई आनंद वर्द्धन और सचिव आपदा प्रबंधन अमित नेगी केदारनाथ पहुंचे और पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया।
मुख्य सचिव ने कहा कि पुनर्निर्माण कार्यों की निगरानी ड्रोन से की जाएगी। इसके अलावा गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच पड़ने वाले सभी पड़ावों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री ने देहरादून से दिल्ली लौटते वक्त जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर अधिकारियों की बैठक में पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए थे।
बीस अक्टूबर को केदारनाथ धाम पहुंचे प्रधानमंत्री ने पांच योजनाओं का शिलान्यास किया था। केदारनाथ में मुख्य सचिव उत्पल कुमार स्थलीय निरीक्षण के बाद रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी से योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। सिंचाई विभाग और लोक निर्माण विभाग के अफसरों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।
मुख्य सचिव ने मंदिर के पृष्ठ भाग का भी जायजा लिया। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने केदारनाथ मंदिर के पीछे किसी तरह का निर्माण न करने का सुझाव दिया था। यहां मलबा हटाकर सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाना है। इसके बाद अधिकारियों को दल पैदल ही आठ किलोमीटर दूर भीमबली पहुंचा। गौरीकुंड से केदारनाथ तक के इस मार्ग का चौड़ीकरण किया जाना है। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी को कार्यों की निगरानी के लिए ड्रोन का इंतजाम करने के निर्देश दिए। इसके अलावा काम पर नजर रखने के लिए गौरीकुंड और केदारनाथ के बीच पडऩे वाले सभी पड़ावों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने को भी कहा।
जिलाधिकारी ने मुख्य सचिव को वर्तमान में चल रहे कार्यों का ब्यौरा दिया और वर्तमान में केदारनाथ में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान पुनर्निर्माण कार्यों में जुटा है। मुख्य सचिव ने कहा कि सभी योजनाएं निर्धारित समय पर पूरी होनी चाहिएं।
ये होंगे पुनर्निर्माण कार्य
-आदि गुरु शंकराचार्य की समाधिस्थल का पुनर्निर्माण और संग्रहालय का निर्माण
-गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल मार्ग का चौड़ीकरण
-मंदाकिनी के तट पर बाढ़ सुरक्षा एंव घाट निर्माण
-सरस्वती नदी के तट पर बाढ़ सुरक्षा एंव घाट निर्माण
-केदारनाथ में तीर्थ पुरोहितों के लिए आवास का निर्माण
News Source: jagran.com