विकास के लिए डबल इंजन की सरकार जरूरीः महाराज
देहरादून/फरीदाबाद, । उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार के कारण ही ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन जैसी बड़ी योजनाएं धरातल पर साकार हो रही हैं। हरियाणा में पूर्व की भांति डबल इंजन की सरकार में जिस प्रकार से लोक कल्याणकारी योजनाएं धरातल पर उतरी और राज्य का सर्वांगीण विकास हुआ है। उसे देखते हुए हमें एक बार पुनः विधानसभा चुनाव में भाजपा को जिताकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अधिक ताकत देकर सनातन विरोधियों को करारा जवाब देना।
उक्त बात प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री वरिष्ठ भाजपा नेता सतपाल महाराज ने सोमवार को फरीदाबाद सैक्टर-10 स्थित एक होटल के परिसर में फरीदाबाद से भाजपा प्रत्याशी विपुल गोयल के समर्थन में आयोजित एक विशाल चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि 17 सितम्बर 2024 को यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे हो चुके हैं। इस दौरान सरकार ने देश हित में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण लखपति दीदी योजना है। इस योजना के तहत अब तक देश भर में 2.47 करोड़ से अधिक लखपति दीदियों का नामांकन हो चुका है, जिनकी सालाना आय एक लाख रुपये से अधिक है।
कैबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सतपाल महाराज ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने अपने पहले 100 दिनों के कार्यकाल के दौरान तीन लाख करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को मंजूरी दी है। 25,000 गांवों को सड़क नेटवर्क से जोड़ना का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हरियाणा सरकार ने अनेक लोक कल्याणकारी कार्य किये हैं। मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना, हरियाणा सरकार की एक बड़ी पहल है। इसका मकसद राज्य के सबसे गरीब परिवारों की वार्षिक आय बढ़ाना है। इस योजना के तहत, इन परिवारों की आय कम से कम 1,80,000 रुपये प्रति वर्ष तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए, इन परिवारों को कौशल विकास, स्वरोज़गार, और रोज़गार सृजन के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसी प्रकार कन्यादान योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा राज्य के औद्योगिक और कमर्शियल संस्थानों में काम करने वाले श्रमिकों की बेटियां की शादी के लिए 51,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। लाडली सामाजिक सुरक्षा भत्ता योजना के तहत ऐसे परिवार जहां सिर्फ लड़कियां हैं, उन्हें हर महीने 300 रुपये की पेंशन दी जाती है।