जनसुनवाई कार्यक्रम में डीएम ने सुनीं जनशिकायतें, 98 शिकायतें हुई दर्ज
देहरादून, । जिलाधिकारी सोनिका की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार कलक्ट्रैट में जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जनसुनवाई में 98 शिकायतें प्राप्त हुई। प्राप्त शिकायतों में भूमि विवाद, अतिक्रमण, अवैध कब्जा, आपसी विवाद, राष्ट्रीय राजमार्ग हेतु अधिग्रहित की गई भूमि को बढा हुआ मुआवजा दिलाने, सडक, बिजली, पानी, आर्थिक सहायता, धोखाधडी आदि सम्बन्धित शिकायतें प्राप्त हुई। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को जनसुनवाई में प्राप्त शिकायतों को गम्भीरता से निस्तारण करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारियों, नगर निगम, एमडीडीए के अधिकारियों को निर्देशित किया कि अवैध कब्जे, भूमि खुर्द्ध-बुर्द्ध, अतिक्रमण की शिकायतों पर त्वरीत संज्ञान लेते हुए गम्भीरता से कार्यवाही करं उन्होंने विद्युत विभाग,पेयजल निगम एवं जल संस्थान को शिकायतों पर त्वरीत संज्ञान लेकर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जनसुनवाई में ग्राम विशनाई में कालसी में सडक मरम्मत कार्य , हौज मरम्मत कार्य,जंगली जानवरों से खेती की सुरक्षा हेतु बाड लगाने, बरसाती पानी के साथ मलवा आने से मकान को खतरा एवं ग्राम ठारना चकराता में मकान को खतरा होने के दृष्टिगत सुरक्षा इंतेजाम किये जाने हेतु सुरक्षा दिवार लगाने पर मुख्य विकास अधिकारी को कार्यवाही के निर्देश दिये। जनसुनवाई मे तहसील विकासनगर अंर्तगत राष्ट्रीय राजमार्ग हेतु अधिग्रहित की गई भूमि का बडा हुआ मुआवजा दिलवाने की मांग पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी विकासनगर एवं विशेष भूमि अध्यापित अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये। डोईवाला में भूमि खुर्द्ध-बुर्द्र्ध करने की शिकायत पर उपजिलाधिकारी डोईवाला को कार्यवाही के निर्देश दिये। ऋषिकेश में रास्ते पर अतिक्रमण पर उपजिलाधिकारी को कार्यवाही करने के निर्देश दिये। पारिवारिक विवाद के प्रकरणों पर पुलिस अधिकारीयों को जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान, प्रभारी वनाधिकारी वैभव कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ एस के बरनवाल, उप जिलाधिकारी सदर नरेशचंद्र दुर्गापाल, उप जिलाधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी, निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रांत सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी गोवर्धन, मुख्य कृषि अधिकारी लतिका सिंह सहित नगर निगम, सिंचाई, विद्युत सहित संबंधित विभागों, अधिकारी उपस्थित रहे।