दून में डेंगू के बढ़ते कहर को देखते हुए डीएम ने बुलाई आपात बैठक
देहरादून, । दून में दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे डेंगू के कहर को कम करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय में जिलाधिकारी सी रविशंकर की अध्यक्षता में आपात बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिलाधिकारी ने देहरादून में डेंगू मरीजों की संख्या में लगातार हो रहे इजाफे के देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने डेंगू के मच्छर की सक्रियता को कम करने के लिए अब तक किये गये इंतजामात को नाकाफी बताया तथा डेंगू विरोधी अभियान को युद्धस्तर पर चलाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने चिकित्सा विभाग को डेंगू मरीजों की पड़ताल किये जाने वाले उपकरणों की आवश्यक खरीद-फरोख्त करने के लिए धनराशि उपलब्ध कराई। उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे एलाईजा की पहचान के लिए किये जाने वाले परीक्षणों के लिए अतिरिक्त मशीनें लगाएं तथा प्लेलेट्स के लिए भरपाई हेतु स्वस्थ नागरिकों से अधिक से अधिक रक्तदान करने को जागरूक प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि रक्तदाताओं का अब ऑनलाईन पंजीकरण भी कराया जायेगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इस पुनीत कार्य में अपना सहयोग कर सकें। जिलाधिकारी ने डेंगू की रोकथाम करने के लिए लोगों को छोटे-छोटे संदेशों के माध्यम से भी जागरूक किये जाने पर बल दिया। सोशल मीडिया के साथ ही प्रचार के अन्य साधनों सिनेमाघरों एवं मल्टीसिटी काम्पलेक्सों पर भी कार्य करते हुए लोगों को डेंगू से बचाव के बारें में भी अधिक से अधिक प्रचार कर जागरूक करने को कहा। उन्होंने समस्त वार्डों में एक-एक साइन बोर्ड भी लगाने के निर्देश दिये, जिनके माध्यम से लोगों को क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त हो सके। उन्होंने डेंगू से बचाने के लिए शिक्षा विभाग के माध्यम से तत्काल निर्देश जारी करने की बात कहते हुए कहा कि बच्चों को फुल बाजू की ड्रेस यथा कमीज एवं पैन्ट, सूट, सलवार पहनाकर ही स्कूल में भेजें। बैठक में जिलाधिकारी ने डेंगू के बचाव के लिए एनएसएस, सिविल, डिफेंस, एनसीसी कैडेट एवं रेडक्रास के वॉलिन्टयरों की सहायता लेते हुए लोगों को डेंगू के कारण एवं उससे बचाव हेतु जागरूक करने का कार्य करें। जिलाधिकारी ने दून अस्पताल, गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय तथा प0 दीन दयाल उपाध्या चिकित्सालय (कोर्नेशन) जाकर वहां पर भर्ती डेंगू के मरीजों से जानकारी प्राप्त की तथा चिकित्सकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी को जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एस. के गुप्ता ने अवगत कराया कि अभी तक जनपद में डेंगू मरीजों की संख्या 531 हो गयी है, जिनका उपचार दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय, गांधी शताब्दी चिकित्सालय तथा कार्नेशन चिकित्सालय में चल रहा है। उन्होंने बताया कि गांधी शताब्दी अस्पताल में 24 बैड, संयुक्त चिकित्सालय प्रेमनगर में 6 बेड, दून चिकित्सालय में 34 बैड, कार्नेशन में 9 बैड, सीएससी रायपुर, सहसपुर, विकासनगर में 2-2 बैड, डोईवाला में 4 बैड तथा एसडीएस ऋषिकेश में 9 बैड डेंगू मरीजों के लिए बनाये गये हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 40 यूनिट रक्त की आवश्यकता पड़ रही है, जिसकी वर्तमान में मांग सामान्य है, किन्तु आगे आने वाले दिनों में इसकी मांग बढ सकती है। उन्होंने बताया कि डेंगू रोकथाम के लिए विभिन्न स्थानों पर शिविरों का आयोजन कर लोगों को जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा नगर निगम द्वारा निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में लगातार फॉगिंग का कार्य भी चलाया जा रहा है तथा स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाये जा रहे शिविरों में भी फॉगिंग का कार्य चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डेंगू मच्छर स्वच्छ पानी में पनपते है, इसलिए लोगों को अपने इर्द-गिर्द आस-पड़ोस तथा नालों में पानी इकठ्ा न होने दें तथा इन स्थानों पर बिलिचिंग का प्रयोग कर मच्छर के लार्वा को समाप्त करने का कार्य किये जाने पर बल दिया। जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान सीएमएस डॉ के के टम्टा, डॉ बी.एस रमोला, डॉ सुभाष जोशी, डॉ आर.के सिंह सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।