जिले के प्रभारी मंत्री विशन सिंह चुफाल कार्यकर्ताओं के साथ बना रहे हैं दूरी
हरीश पान्डेय।
उत्तराखण्ड। प्रदेश के पेयजल मंत्री जिला अल्मोड़ा के प्रभारी बिशन सिंह चुफाल प्रदेश में मंत्री पद पर काबिज होने के बाद तीन बार विधानसभा जागेश्वर क्षेत्र से गृह जनपद को प्रस्थान कर चुके हैं,लेकिन दो बार दन्या क्षेत्र के कार्यकताओं से मंत्री ने मुलाकात करना मुनासिब नहीं समझा।बताते चलें कि पहली बार तीरथ सिंह रावत की केबिनेट में मंत्री का ताज पहनने के बाद अपने गृह क्षेत्र को जाते समय दन्या क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता चुफाल के इन्तजार में थे किन्तु चुफाल के द्वारा समय की कमी का हवाला दिया गया जिस पर पूर्व जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा के आग्रह पर मंत्री द्वारा कार्यकर्ताओं से स्वागत स्वीकार किया गया। कार्यकर्ताओं ने मंत्री के सम्मुख क्षेत्र की समस्या रखी तथा उच्च अधिकारियों का कार्यकर्ताओं के साथ उचित रवैया नहीं होने का जिक्र भी किया जिस पर मंत्री द्वारा कुछ ही समय में स्थिति सामान्य होने के लिए कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया गया। किन्तु प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन के बाद पुनः पुष्कर सिंह धामी की केबिनेट में मंत्री के साथ साथ चुफाल को अल्मोड़ा जनपद के प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी देने पर क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं में एक नई उर्जा देखने को मिलीं। लेकिन हुआ यूं खोदा पहाड़ निकली चुहिया, देहरादून से अपने क्षेत्र डीडीहाट को जाते वक्त दन्या क्षेत्र में सैकड़ों भाजपाई अपने नेता के इन्तजार में खड़े रहे किन्तु मंत्री चुफाल उड़न छू नजर आए।यही हाल बीते दिन का भी है जब प्रभारी मंत्री अल्मोड़ा के विकास भवन में अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक लेकर अपने क्षेत्र को रवाना हुए तो जागेश्वर विधानसभा का ह्रदय कहा जाने वाला दन्या क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता अपने नेता की राहें देखते रहे लेकिन मंत्री साहब इतने मशगूल थे कि कार्यकताओं को अपने वाहनों के सायरन से ही बाय-बाय करते नजर आए जिस कारण क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं भी हैं कि आखिरकार क्या क्षेत्र की समस्यायों का समाधान मंत्रियों के बस की बात नहीं है।