क्या पाकिस्तान ने उत्तर कोरिया को परमाणु हथियार बनाने में मदद की? भारत ने की जांच की मांग

न्यूयॉर्क: भारत ने कहा है कि उत्तर कोरिया की परमाणु प्रसार संबंधी गतिविधियों की जांच की जानी चाहिए और इसके लिए जो ‘जिम्मेदार’ हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. सुषमा स्वराजका इशारा पाकिस्तान की ओर था. उनका यह बयान उत्तर कोरिया द्वारा शुक्रवार को जापान के ऊपर से मध्यम दूरी की एक और बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के कुछ दिन बाद आया है. सुषमा ने यह बयान सोमवार को अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन और उनके जापानी समकक्ष तारो कोनो के साथ त्रिपक्षीय बैठक के दौरान दिया. उनके बीच यह बैठक संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के इतर हुई.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पत्रकारों से कहा, ‘विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उत्तर कोरिया की हालिया कार्रवाई की निंदा की और कहा कि उसकी प्रसार संबंधी गतिविधयों का पता लगाया जाना चाहिए और इसके लिए जो जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.’ उन्होंने सीधे तौर पर किसी देश का उल्लेख नहीं किया लेकिन कहा कि उनके संकेत यह बताने को पर्याप्त हैं कि वह किसका जिक्र कर रहे हैं.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘हमने बहुत स्पष्ट तौर पर यह कहा है कि हम केवल उत्तर कोरिया के हालिया कदमों की निंदा नहीं कर रहे, बल्कि यह भी कहा है कि प्रसार संबंधी गतिविधयों का पता लगाया जाना चाहिए और इसके लिए जो जिम्मेदार हैं, उनकी जवाबदेही तय की जानी चाहिए.’ तीनों देशों के बीच पहली त्रिपक्षीय मंत्री स्तरीय बैठक वर्ष 2015 में हुई थी. वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर बैठक 2011 से हो रही है.

भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संयुक्त राष्ट्र में सुधार के प्रयासों को अपना समर्थन देते हुए कहा है कि बदलते समय के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए इस विश्व निकाय में स्थायी और अस्थायी सदस्यों के विस्तार को शामिल किया जाना चाहिए.

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