‘केजरीवाल पूरे सत्र के दौरान रहे अनुपस्थित, जनता की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं सरकार’
नई दिल्ली । भाजपा विधायकों का कहना है कि दिल्ली विधानसभा के चार दिवसीय सत्र में जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा नहीं हुई। विपक्ष की आवाज को दबाने की हरसंभव कोशिश की गई। सत्ता पक्ष अपनी विफलता को दबाने के लिए सिर्फ दोषारोपण की राजनीति कर रहा है। सरकार के रवैये की वजह से यह सत्र दिल्लीवासियों के लिए लाभदायक नहीं रहा।
सीएम सत्र के दौरान सदन से अनुपस्थित रहे
दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि सरकार जनता की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पूरे सत्र के दौरान सदन से अनुपस्थित रहे। वह अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने अपनी विफलताओं का ठीकरा उपराज्यपाल पर फोड़ने का प्रयास किया है।
विपक्ष के सदस्यों का मजाक उड़ाया गया
विपक्ष के विधायकों को अपनी बात कहने का मौका नहीं दिया जाता है। सदन में विपक्ष द्वारा उठाए गए किसी भी जनहित के मामले पर चर्चा नहीं हुई। उनके द्वारा उठाए गए किसी भी ध्यानाकर्षण प्रस्ताव को स्वीकृत नहीं किया गया और न ही किसी जनहित के मामले में अल्पकालीन चर्चा की बात हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के विधायकों ने विपक्ष के सदस्यों का मजाक उड़ाया। उन्हें अपशब्द कहे गए और अपमानित किया गया।
कार्य सूची को अचानक संशोधित कर दिया जाता था
अकाली भाजपा गठबंधन के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि प्रत्येक दिन सदन की कार्यवाही आरंभ होने के ठीक पहले सदन की कार्य सूची को अचानक संशोधित कर दिया जाता था। विपक्ष के विधायकों को चर्चा के लिए तैयारी का समय न मिल सके इसलिए सदन की कार्य सूची में अचानक बदलाव किया जाता था।