मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करने का निर्णय नई शिक्षा नीति की सबसे महत्वपूर्ण कदम : राज्यपाल
देहरादून, । राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से शुक्रवार को पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया (पी.आर.एस.आई.) के उत्तराखण्ड चैप्टर के पदाधिकारियों ने भेंट की। इस अवसर पर पी.आर.एस.आई. ने नई शिक्षा नीति पर आधारित पुस्तक ‘‘नवयुग का अभिनंदन’’ राज्यपाल श्रीमती मौर्य को भेंट की। पी.आर.एस.आई. द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में राज्यपाल श्रीमती मौर्य का लेख भी है। इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करने का निर्णय नई शिक्षा नीति की सबसे महत्वपूर्ण बात है। नई शिक्षा नीति का उद्देश्य विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों का विकास, वैज्ञानिक दृष्टिकोण का संवर्द्धन तथा शोध अनुसंधान तथा नवाचार हेतु प्रेरणा देना है। राज्यपाल ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन में भारतीय शिक्षण संस्थानों ने ऑनलाइन शिक्षा को जिस प्रकार अपनाया, उससे सिद्ध हो जाता है, कि हमारी शिक्षा प्रणाली नवाचार के लिये तैयार है।
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में नई शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन हेतु वे स्वयं कई बैठकें कर चुकी है। प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग को इस हेतु ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी दिये गये है। विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को भी नई शिक्षा नीति की कार्ययोजना तथा प्रभावी क्रियान्वयन हेतु की गई कार्यवाही की जानकारी प्रेषित करने को कहा गया है। पी.आर.एस.आई. के प्रयासों की सराहना करते हुए राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने बच्चों के कल्याण एवं शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने का सुझाव दिया।