COVID-19: 72 घंटे से उत्तराखंड में कोई नया मामला नहीं, 93 सैम्पल की रिपोर्ट आई नेगेटिव
देहरादून। पिछले 72 घंटों से राज्य में कोरोना का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है। इससे सरकार ने राहत की सांस ली है। शनिवार को हल्द्वानी और एम्स ऋषिकेश की लैब से कुल 93 सैंपल की जांच रिपोर्ट आई लेकिन किसी भी मरीज में कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है। स्वास्थ्य सचिव नितेश झा ने बताया कि शनिवार को आई रिपोर्ट में किसी भी मरीज में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है। इससे पहले गुरुवार और शुक्रवार को भी राज्य के किसी मरीज में कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई थी। स्वास्थ्य सचिव नितेश झा ने कहा कि राज्य में भले ही तीन दिनों में कोरोना का कोई नया मामला सामने न आया हो लेकिन सतर्कता के स्तर में किसी भी तरह की कमी नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी जिलों को लॉक डाउन का सख्ती से पालन करने को कहा गया है। आम लोगों को भी सलाह है कि लॉक डाउन के दौरान घर पर ही रहें और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन करें। राज्य के दो और पॉजीटिव मरीजों ने कोरोना को मात दे दी है। दून अस्पताल में भर्ती अमेरिकी नागरिक और सेलाकुई के युवक के लगातार दूसरे सैंपल की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। स्वास्थ्य सचिव नितेश झा ने बताया कि इन दोनों मरीजों को अब अस्पतालों से डिस्चार्ज करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।अब तक कोरोना के इलाज के बाद ठीक होने वाले मरीजों की संख्या सात हो गई है। शनिवार को लैब में आई रिपोर्ट के अनुसार कोरोना पीड़ित तीन तब्लीगी जमातियों के पहले सैंपल की रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है। इससे साफ है कि इलाज के बाद तब्लीगी जमात से जुड़े मरीजों का वायरस लोड भी तेजी से कम हो रहा है। शनिवार को राज्य के अलग अलग जिलों से कुल 112 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। सबसे अधिक 40 सैंपल हरिद्वार जिले से जांच के लिए भेजे गए। लेकिन हैरानी की बात यह है कि पहली बार उत्तरकाशी जिले से 34 मरीजों के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। देहरादून जिले से उत्तरकाशी से कम 30 सैंपल ही जांच के लिए भेजे गए हैं।राज्य के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना के संदेह या लक्षणों के आधार पर कुल 372 लोगों को भर्ती कराया गया है। इन सभी की निगरानी की जा रही है। अन्य जिलों से भी कुछ सैंपल जांच के लिए हल्द्वानी व एम्स ऋषिकेश की लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं।