COVID -19 संकट: बेहिसाब काढ़ा पीने से बढ़ सकती हैं पेट की बीमारियां

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण बचने के लिए लोग अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में जुटे हैं। कुछ तो इस मामले खुद को ही डॉक्टर समझ रहे हैं। वहीं कई लोग कोरोना के डर बेहिसाब काढ़ा पीए जा रहे हैं। लेकिन इसके दुष्परिणाम भी सामने आने लगे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, अधिक मात्रा में काढ़ा पीने से पेट की बीमारियां बढ़ु रही हैं लीवर के मरीज भी बढ़ रहे हैं। यानी बेहिसाब काढ़ा का सेवन नई समस्या खड़ी कर सकता है।वॉट्सएप और फेसबुक पर परोसी जा रही आधू-अधूरी सूचनाओं पर लोग भरोसा करके औषधीय काढ़ा और औषधीय गुणों वाले मसालों का उपयोग काफी ज्यादा मात्रा कर रहे हैं जो नई तरह की परेशानी खड़ा कर रहा है। माना जा रहा है कि काढ़ा में इस्तेमाल होने वाली चीजों जैसे- काली मिर्च, गिलोय, दालचीनी, लहसुन और एलोवेरा जैसी चीजों के इस्तेमाल की सही मात्रा बहुत से लोगों को पता नहीं है जिससे लोग इनका बेहिसाब इस्तेमाल कर सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। पेट रोग के डॉक्टर (गैस्ट्रोलॉजिस्ट) के पास जाकर लोग पेट में दर्द, ऐंठन, कब्ज, की शिकायत कर रहे हैं।
इम्युनिटी बढ़ाने में न करें जल्दबाजी-
डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी रोग प्रतिरोधक क्षमता रातोंरात नहीं बढ़ती। बल्कि नियमित दिनचर्या, व्यायाम और पौष्टिक व सुपाच्य भोजन के सेवन से धीरे-धीरे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। किसी को यदि लगता है कि उसे इम्युनिटी बढ़ाने की जरूरत है तो वह अपने निकट के डॉक्टर/वैद्य या आयुर्वेद के जानकार से सलाह ले। हर व्यक्ति के वजन व उम्र के अनुसार सेवन करने वाली चीजों की मात्रा व समय बदलता रहता है। इसलिए बिना  किसी विशेषज्ञ के सलाह के किसी भी दवा का सेवन न करें।

दालचीनी से होता है लीवर का नुकसान-
डाइटीशियन और आयुर्वेद के जानकारों का कहना है कि दालचीनी में हेपेटॉक्सिन नाम का तत्व होता है जिसका अधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए नुकसान देह होता है। दालचीनी, सोंठ और लौंग की संतुलित मात्रा का प्रयोग संक्रमण में लाभदायक है। लेकिन अधूरी जानकारी में इसका प्रयोग नुकसानदेह हो सकता है।

बिना सलाह के न लें काढ़ा-
विशेषज्ञों का कहना है कि संतुलित मात्रा के तत्वों से बना काढ़ा पूर्णत: सुरक्षित होता है। लेकिन इसका सेवन वैद्य की सलाह पर ही करना चाहिए। बेहिसाब काढ़े का सेवन आपको नुकसान पहुंचा सकता है। काढ़े की मात्रा, महिलाओं, पुरुषों और बच्चों के लिए अलग-अलग हो सकती है, इसलिए कृपया पहले इसकी प्रमाणिक जानकारी जुटाएं इसके बाद ही काढ़े जैसी किसी दवा का सेवन करें।

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