युवाओं के करियर पर कोरोना महामारी ने ग्रहण लगाया
नई दिल्ली । सेना में भर्ती का सपना संजोए जिले के सैकड़ों युवाओं के करियर पर कोरोना महामारी ने ग्रहण लगा दिया है। गांव के बाग में ट्रैक बनाकर दौड़ लगा रहे ये युवा कोरोना के चलते दो साल से भर्ती न होने के कारण ओवरएज हो रहे हैं। जिससे अब मायूसी इन्हें घेरने लगी है। हालांकि अब भी भर्ती की आयु सीमा बढ़ने की उम्मीद में इन युवाओं ने अभ्यास जारी रखा है। प्रतापगढ के सैकड़ों युवा विभिन्न जनपदों में होने वाली सेना की खुली भर्ती में शामिल होकर अपना कॅरियर बनाते हैं। सेना में भर्ती होने की ललक में आज भी गांव-गांव युवा पसीना बहा रहे हैं। मंगरौरा इलाके के तिवारीपुर कला के बाग में हर दिन सुबह 100 से अधिक युवक इकठ्ठे होकर ट्रैक पर दौड़ लगाते हैं। इस ट्रैक पर करीब 7 साल से दौड़ लगाने वाले दीपक ने बताया कि वह 2019 में अमेठी में आयोजित सेना भर्ती में शामिल हुए ऐ। तब दीपक दौड़ में मामूली अंतर से पिछड़ गए थे, तब से वह नियमित अभ्यास कर रहे हैं। दो साल से सेना भर्ती में न होने के कारण अब वह 23 साल की उम्र पार करने वाले हैं। दीपक के साथ ही इस ट्रैक पर नियमित दौड़ लगाने वाले योगेश, धर्मेंद्र, वैभव सहित दर्जनभर से अधिक युवा अब 23 साल की उम्र पूरी कर रहे हैं। ऐसे में सेना भर्ती न निकलने से वर्षों की मेहनत पर उन्हें पानी फिरते हुए दिख रहा है। बाबा बेलखरनाथ धाम के कांपा के पास भी बाग में कई गांव के युवक नियमित रूप से दौड़ लगाते हैं। यह युवक दीपावली में ट्रैक का पूजन भी करते हैं। इसी तरह आसपुर देवसरा, जामताली, बाबागंज, सांगीपुर सहित कई इलाकों में कई साल से दौड़ का अभ्यास कर रहे युवकों में सेना भर्ती की उम्र बीतने के चलते घोर निराशा है। उन सभी का यही कहना है कि कोरोना ने उनके भविष्य पर ग्रहण लगा दिया है।
23 के बाद नहीं बन सकते सैनिक
सेना में भर्ती के लिए युवाओं की उम्र 18 से 23 वर्ष होनी चाहिए। इसके बाद सैनिक के रूप में सेना में भर्ती नहीं हो सकती। शिक्षा के क्षेत्र में जाने वाले 24 साल तक भर्ती हो सकते हैं। जबकि धोबी व अन्य चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की भर्ती 26 वर्ष की उम्र तक हो सकती है।
भर्ती की उम्र बढ़ाए जाने की चर्चा
कोरोना के चलते वर्ष 2020 व 2021 में अभी तक सेना की खुली भर्ती नहीं हुई है। तैयारी करने वाले ओवरएज हुए युवाओं के बीच भर्ती की उम्र बढ़ाए जाने की भी चर्चा है। ऐसा कहां जा रहा है कि सरकार ने कोरोना संक्रमण के दौरान का समय भर्ती के लिए शून्य कर दिया है। हालांकि इस बाबत अभी कोई अधिकृत रूप से बोलने को तैयार नहीं है।
इनका कहना है
कई साल से सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं का भविष्य दांव पर है। सेना भर्ती नहीं निकलने से युवा परेशान हैं। ऐसे बच्चों को मौका न मिलने से मन दुखी होता है।
आरए सिंह, महासचिव, गौरवशाली पूर्व सैनिक एसोसिएशन