कांग्रेस ने भाजपा सरकार की जन विरोधी व युवा बेरोजगार विरोधी नीतियों के खिलाफ किया धरना-प्रदर्शन
देहरादून, । उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग द्वारा देहरादून के गांधी पार्क मे भाजपा सरकार की दलित विरोधी, महिला विरोधी, पिछड़ा वर्ग विरोधी, अल्पसंख्यक विरोधी व युवा बेरोजगार विरोधी नीतियों के खिलाफ एक दिवसीय विशाल धरना-प्रदर्शन के उपरान्त सचिवालय कूच कर राज्य में घट रही दलित उत्पीडन की घटनाओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। कार्यक्रम में पार्टी के वरिष्ठ नेतागण एवं सैकडों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन कैलाश बाल्मीकि ने किया। धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भाजपा शासन में सबसे अधिक महिला, दलित, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, गरीब वर्ग, युवा वर्ग पीड़ित है। जहां-जहां भाजपा की सरकारें हैं वहां-वहां ये सभी वर्ग पीड़ित हैं। चाहे अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड हो, चाहे हरिद्वार जनपद के बेलडा गांव में दलित युवक की हत्या, या उत्तरकाशी की घटना हो, भाजपा शासन में सभी लोग पीडित हैं। मंहगाई अपने चरम पर है तथा गरीब आदमी को दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। बेरोजगार रोजगार के लिए सड़कों पर है, दलित व महिला अत्याचार की घटनाओं में रोज इजाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी देश में बढती हुई बेरोजगारी, मंहगाई व दलितों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार के प्रति संवेदनशील हैं। देश की एकता, अखण्डता, युवाओं के रोजगार तथा देश में बढती मंहगाई तथा किसानों, दलितों, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों की समस्याओं को लेकर भारत जोडो यात्रा कर उनकी समस्याओं के समाधान के प्रति जनता में जनजागरण कर रहे हैं, वहीं मोदी सरकार इन वर्गों के प्रति पूरी तरह संवेदनहीन बनी हुई है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा सरकार में सबसे अधिक अत्याचार दलितों, अल्पसंख्यकों व महिलाओं पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ माह पूर्व रूडकी के बेलड़ा गांव में एक दलित युवक की हत्या के बाद दूसरे युवक की पुलिस पिटाई में मौत की घटना मानवता को शर्मशार करने वाली घटना थी। कंाग्रेस पार्टी दलित परिवारों के साथ घट रही इन घटनाओं की कठोर शब्दों में निन्दा करती है। उन्होंने कहा कि दलितों व महिलाओं के साथ पुलिस की बर्बरता से भाजपा शासन में राज्य की कानून व्यवस्था की पोल खुल चुकी है तथा राज्य में जंगल राज कायम हो गया है। बेलडा में जिस प्रकार पुलिस की मौजूदगी में पीडित परिवार के बुजुर्ग, महिलाओं व बच्चों के साथ मारपीट तथा लूटपाट की गई उससे स्पष्ट होता है कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में माफिया का बोलबाला हो रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा बार-बार मांग किये जाने पर भी इस प्रकरण के दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने दर्शाता है कि भाजपा शासन में न दलित सुरक्षित हैं, न महिलायें न गरीब और अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं। बेलडा हत्याकांड, सल्ट के दलित युवक जगदीश की निर्मम हत्या, टिहरी में दलित युवक जितेन्द्र दास, लखनलाल हत्याकांड तथा अंकिता भण्डारी हत्याकांड से सरकार का दलित, महिला व गरीब विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा चुकी है तथा अपराधियों के मन से कानून का भय समाप्त हो गया है। उत्तराखण्ड राज्य में महिला व दलितों के साथ घट रही जघन्य अपराध की घटनाओं से ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा शासन में दलित, गरीब व महिला वर्ग सबसे अधिक पीडित है। उत्तराखण्ड राज्य में इन वर्गों के साथ पिछले एक वर्ष में घटी अपराध की घटनाओं से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड में महिला अपराध, दलित उत्पीडन तथा अन्य अपराधों का स्तर कहां पहुंच गया है। समाज के अराजक तत्व और अपराधी प्रवृत्ति के लोगों में उत्तराखंड पुलिस प्रशासन का डर और भय समाप्त होता हुआ साफ दिखाई पड़ रहा है । उन्होंने कहा कि कंाग्रेस सरकार में दलित वर्ग के लिए जिन योजनाओं को संचालित किया जा रहा था भाजपा ने सत्ता में आते ही उन योजनाओं को बंद कर दिया है।
पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने केवल धर्म व जाति के नाम पर लोगों को बांट कर राजनीति करने का काम किया है परन्तु इन वर्गों को प्रताडित करने के अलावा उनके कल्याण के लिए कोई भी काम नहीं किया। आज राज्य का दलित व गरीब वर्ग अपने को उपेक्षित महसूस कर रहा है। पूरे प्रदेश में दलितों पर अत्चायार की घटनायें लगातार बढ़ती जा रही हैं तथा राज्य सरकार इस वर्ग के प्रति संवेदनहीनता अपनाये हुए है। उन्होंने कहा कि बेलड़ा हत्याकांड के पीडित परिवारों को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है जो कि अत्यंत शर्मनाक है।
विधायक ममता राकेश ने कहा कि भाजपा के शासन में महिलाओं, दलितों, अल्पसंख्यकों पर लगातार अत्चायार बढ़ते जा रहे हैं परन्तु काग्रेस पार्टी इन वर्गों के साथ खडी है तथा उनकी लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लडती रहेगी।
प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष दर्शन लाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा दलित व गरीब वर्ग की लड़ाई लड़ी है तथा इन वर्गों के विकास के लिए कटिबद्ध रही है, परन्तु भाजपा शासन में इन वर्गों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। कंाग्रेस शासन में स्0 सुरेन्द्र राकेश एवं स्व0 बहादुर राम टम्टा जी के नाम छात्रवृत्ति योजना प्रारम्भ की गई थी जिसे भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है। मंुशी हरिप्रसाद टम्टा के नाम पर अल्मोड़ा में परम्परागत शिल्प उन्नयन संस्थान की स्वीकृति के उपरान्त अधूरा निर्माण कार्य ठप्प पड़ा हुआ है। हरिद्वार जनपर में डाॅ. भीमराव अम्बेडकर जी के नाम से मेडिकल काॅलेज की स्वीकृति के उपरान्त भी निर्माण कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया है। इसी प्रकार कांग्रेस शासन में अनेक विकास की योजनाओं को या तो बंद कर दिया गया है या उन पर आगे रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी दलितों पर हो रही अत्याचार की घटनाओं की निन्दा करती है तथा उन्हें विश्वास दिलाती है कि कांग्रेस उनकी लड़ाई तब तक लडती रहेगी जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता।
कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, विधायक फुरकान अहमद, अनुपमा रावत, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, नव प्रभात, विक्रम सिंह नेगी, राजीव महर्षि, नवीन जोशी, अनुसूचित जाति महानगर अध्यक्ष संजय गौतम, आशीष देसाई, धनीलाल शाह, राजवीर चैहान, नीरज त्यागी, राजेश चमोली, देवेन्द्र सिंह, सी.पी. सिंह, कैलाश, अशोक कुमार, विजेन्द्र चैहान लक्की राणा, आईटी अध्यक्ष विकास नेगी, कुन्दन लाल आर्य, शिवराम, यामीन अंसारी, विरेन्द्र ठाकुर, विरेन्द्र सिंह रावत, संग्राम पुण्डीर, सुलेमान अली, दिनेश चैहान, कुुंवर सजवाण, उत्तम असवाल, नेत्रपाल, सुखराम, संजय विरला, हर्षपाल मिश्रा, गीता राम, श्रीकान्त, नसीर प्रवीन अंसारी, राजकुमार, अजय कुमार, विरेन्द्र लाल, भगीरथ शाह, ललित भद्री, सोहन लाल शाह आदि सैकड़ों कांग्रेसजन उपस्थित थे।