कांग्रेस करती रही है राज्य आंदोलन पर सियासतः कौशिक

देहरादून,। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही राज्य आंदोलनकरियो के मसले पर सियासत करती रही है,जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा ने ही राज्य दिया और सवांरने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हिकरण का कार्य आज भी गतिमान है और इस बारे में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने स्पष्ट निर्देश जारी किए है। 31 दिसम्बर तक चिन्हिकरण हर हाल में होगा,लेकिन कांग्रेस को भी इस पर मंथन करने की जरुरत है। पहली निर्वाचित सरकार में कांग्रेस रही,लेकिन उसने आंदोलनकरियो की सुध नहीं ली,लेकिन 2007 में जब भाजपा की सरकार आयी तो आंदोलनकारी सम्मान परिषद का गठन किया गया और परिषद के द्वारा आंदोलनकारियों की समस्याओं के निदान और उनके हित में कई निर्णय लिए गए। आंदोलनकारियों को पेंशन की सुविधा शुरू की गई। आंदोलनकारियों को मेडिकल सुविधा के साथ अवाजाही में परिवहन की सुविधा और उनके सम्मान के लिए कई कदम उठाए गए,लेकिन फिर कांग्रेस की सरकार आयी तो उनके मामले ठंडे बस्ते में चले गये।  पार्टी मुख्यालय में आयोजित विचार गोष्ठी में  आंदोलनकरियो के सम्मान समारोह के मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री कौशिक ने  कहा कि भाजपा शहीदों के सपनो के अनुरूप राज्य को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य कर रही है। आज केंद्र में मोदी सरकार के सहयोग से चल रही डबल इंजन की सरकार बेहतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में केदारनाथ में प्रधानमंत्री ने कहा कि उतराखंड में जिस तरह से पर्यटन का ढांचा विकसित हो रहा है उससे अगले 10 वर्ष में इतने पर्यटक आएँगे जितने 100 साल में नहीं आए। ऑल वेदर रोड हो या रेल सहित अन्य योजनाये यह सब डबल इंजन की सरकार से ही संभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि 2025 में उतराखंड देश के अग्रणी राज्यों में एक होगा और 2030 तक के रोडमैप पर सरकार कार्य कर रही है। भाजपा की 2022 में बड़ी जीत और युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य तेजी से विकास की राह पर होगा।इस अवसर पर उत्तराखंड आंदोलन से जुड़े रहे आंदोलनकारी महेश्वर बहुगुणा ने कहा कि आज राज्य सही दिशा में आगे बढ़ रहा है और आंदोलनकारियों के सपनों को साकार करते हुए दिख रहा है और हमें पूर्ण विश्वास है कि आने वाले समय में जो सपने पूर्ण नहीं हुए हैं वह भी पूर्ण होंगे। हमारी महिलाएं, नौजवानों, बुजुर्गों की अपेक्षाएं जो इस राज्य से हैं वह मिल रही है और आगे भी आशा करते हैं कि इस दिशा में सरकारें और राज्य के नागरिक कार्य करेंगे। आंदोलन को याद करते हुए उन्होंने कहा की बड़े संघर्षों और जुल्मों से लड़ते हुए अपनों को खोया और इस राज्य बनने के सपने को साकार देखकर प्रसन्नता मिलती है। आंदोलन में प्रमुख तो यह देखने को मिला कि प्रत्येक आंदोलन कार्यकर्ता में हिमालय जैसा साहस भरा हुआ था जो इस आंदोलन का सफल होने का प्रमुख कारक था।  कार्यक्रम में श्रीमती सरिता गौड़ ने अटल जी का स्मरण करते हुए उनका धन्यवाद किया कि 24 दलों की केंद्र में सरकार चलाते हुए भी उन्होंने कुशल राजनीतिक कौशल दिखाते हुए हमारे संघर्षों को ध्यान में रखते हुए यह राज्य हमें भेंट किया और हमारी भावनाओं के अनुरूप हमें हमें सौंपा। जब जब इस राज्य को प्रगति मिलेगी तो उनका स्मरण अवश्य होगा। उनके कारण ही आज उत्तराखंड के नागरिकों को वह तमाम तरह के अधिकार प्राप्त हुए हैं जिससे वे वंचित थे और जिसके लिए वे संघर्षरत थे। विश्व का मात्र एक ऐसा आंदोलन था जिसमें महिलाओं ने पुरुषों से अधिक हिस्सा लिया और आज इतिहास के पन्नों में दर्ज है घर में चूल्हा जलाने वाली महिला भी अपने अधिकारों के लिए हर स्तर पर लोहा ले सकती है। कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया जिनमे प्रमुख रूप सर राजकुमार कक्कड़, मनीराम गोदियाल, विजय थापा, हरीश डोरा, वहेश्वर बहुगुणा, राकेश मचकोला, राजीव तलवार, सरिता गौर, उषा नेगी, वीरा काला, सुभाष बड़थ्वाल, उर्मिला शर्मा, जयंती पटवाल, सविता ध्यानी, विमला नेगी, शारदा, वसुधा, सरिता डोभाल आदि  राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री (संगठन) अजेय,  प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट, प्रदेश कार्यालय सचिव कौस्तुभ आनंद जोशी,  विधायक विनोद चमोली, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान विनय ग़ोयल, बिपिन कैंथोला, नवीन ठाकुर, सादाब शम्स आदि अन्य के राज्य आंदोलकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार द्वारा किया गया।

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