यूपी MLC चुनाव में भी दिखा CM योगी का दबदबा, शिक्षक संघों का किला ढहा
उत्तरप्रदेश। विधानसभा उपचुनावों के बाद विधानसपरिषद की सीटों पर हुए चुनाव में भी सीएम योगी का दबदबा दिखाई दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने विधान परिषद चुनाव शिक्षक सीट पर शर्मा गुट का किला ढहा दिया है। गुरुवार से शुरु हुई विधान परिषद की शिक्षक व स्नातक कोटे की 11 सीटों पर मतगणना शुक्रवार को भी जारी रही। मेरठ से शिक्षक राजनीति के दिग्गज ओम प्रकाश शर्मा को तगड़ा झटका लगा है। मेरठ से आठ बार विधान परिषद सदस्य रहे ओम प्रकाश शर्मा खुद तो चुनाव हारे ही हैं, उनके गुट (शर्मा गुट) को भी अपेक्षित सफलता नही मिली है।
शिक्षक क्षेत्र की छह सीटों में से भाजपा ने तीन पर कब्जा जमाया है। दो पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की है, जबकि एक सीट समाजवादी पार्टी के खाते में गई है। कांग्रेस को एक भी सीट पर सफलता नहीं मिली है। भाजपा ने इस बार विधान परिषद चुनाव में काफी जोर लगाया था। प्रदेश संगठन भी काफी सक्रिय भूमिका में था।
भाजपा के श्रीचंद शर्मा ने मेरठ खंड क्षेत्र, उमेश द्विवेदी ने लखनऊ खंड क्षेत्र तथा हरि सिंह ढिल्लों ने बरेली-मुरादाबाद खंड शिक्षक क्षेत्र सीट पर जीत दर्ज की। निर्दलीय डॉ. आकाश अग्रवाल ने आगरा खंड क्षेत्र तथा धु्रव कुमार त्रिपाठी ने गोरखपुर-फैजाबाद खंड शिक्षक क्षेत्र से जीत दर्ज की। भाजपा के गढ़ माने जाने वाले वाराणसी खंड शिक्षक क्षेत्र सीट पर समाजवादी पाटी के लाल बिहारी यादव ने जीत दर्ज की। इसको समाजवादी पार्टी की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। इस बार के चुनाव में भाजपा का दबदबा साफ दिखाई पड़ा। मेरठ से शिक्षक राजनीति के दिग्गज ओम प्रकाश शर्मा को तगड़ा झटका लगा है। मेरठ से आठ बार विधान परिषद सदस्य रहे ओम प्रकाश शर्मा खुद तो चुनाव हारे ही हैं, उनके गुट (शर्मा गुट) को भी अपेक्षित सफलता नही मिली है।
मेरठ में बना इतिहास
मेरठ मे शिक्षक सीट पर भाजपा प्रत्याशी श्रीचंद शर्मा को चुनाव अधिकारी ने जीत का प्रमाण पत्र दे दिया है। श्री चंद ने आठ बार के विजेता रहे दिग्गज ओमप्रकाश शर्मा को पराजित किया है। मेरठ खंड शिक्षक सीट पर भाजपा प्रत्याशी श्रीचंद शर्मा ने सभी वरीयता के मतों की गणना के बाद सर्वाधिक 8222 मत प्राप्त किए। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी आठ बार के विधान परिषद सदस्य ओमप्रकाश शर्मा को महज 3682 वोट मिले। श्रीचंद जीत के लिए निर्धारित 9,070 वोटों का आंकड़ा प्राप्त नहीं कर पाए, लिहाजा तड़के चार बजे सहायक रिटर्निंग अधिकारी अपर आयुक्त रजनीश राय ने बताया कि चुनाव आयोग से दिशा निर्देश मांगे गए हैं कि क्यों न भाजपा प्रत्याशी को विजयी घोषित कर दिया जाए। समाजवादी पार्टी ने भी शिक्षक और स्नातक पद के लिए प्रत्याशी उतारा। यहां पर सपा के प्रत्याशी धर्मेंद्र को प्रथम चरण में 407, द्वितीय चरण में 345 और आखिरी चरण में 236 वोट मिले। इनको कुल 1088 वोट मिले हैं।
भाजपा के खाते में बरेली-मुरादाबाद शिक्षक सीट
बरेली-मुरादाबाद शिक्षक एमएलसी चुनाव में भाजपा के हरि सिंह ढिल्लो ने 7963 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 12827 वोट मिले, जबकि दूसरे स्थान पर रहे सपा प्रत्याशी संजय मिश्रा 4864 वोट ही पा सके। तीसरे चरण में सभी 26803 वोटों की प्रथम वरीयता की गिनती हो गई। इनमें 1250 निरस्त हुए। कांग्रेस के प्रत्याशी मेहंदी हसन को महज 276 वोट मिले, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. राजेन्द्र गंगवार को 1162 और राम बाबू शास्त्री ने 2016 मत हासिल किए। अभिषेक द्विवेदी और पुष्पेंद्र कुमार ऐसे निर्दलीय प्रत्याशी थे, जिन्हें महज चार-चार वोट मिले।