चंपावत को मॉडल जिला बनाने को लेकर सीएम ने ली अधिकारियों की बैठक

चंपावत/देहरादून, । आदर्श चम्पावत, उत्तराखण्ड/25 के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक में आदर्श चम्पावत हेतु नोडल एजेंसी उत्तराखण्ड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् के साथ विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के संस्थान, एजेंसियों व रेखीय विभागों के अधिकारियों व वैज्ञानिकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। इसी परिकल्पना को पूर्ण करने एवं सभी हिमालयी राज्यों के समक्ष उत्तराखण्ड को एक मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए उत्तराखण्ड/25 हम जनपद चंपावत को एक मॉडल जिला बनाने में सफल होंगे। यह योजना लक्ष्य तक पंहुचे हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर और आदर्श उत्तराखण्ड का निर्माण तभी संभव है, जब राज्य का हर जनपद हर गांव आदर्श होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास का हमारा सपना विज्ञान और प्रौद्योगिकी के इस दौर में शोध, अनुसन्धान और नवाचार के बिना पूरा नहीं किया जा सकता। उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद इस अति महत्वपूर्ण कार्य में नोडल एजेंसी की भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जब भी कोई नीति बनायें उसमें पूरे समाज और हर विभाग के हर वर्ग के विचारों और आवश्यकताओं का समावेश हो, क्योंकि हमें अपने में परिपूर्ण, उत्तम मॉडल विकसित करना है जिसे अन्य हिमालयी राज्य भी भविष्य में अंगीकार करें और खुशी खुशी अपनाएं। यहाँ विकसित विकास मॉडल उत्तराखंड समेत अन्य हिमालयी राज्यों का भी प्रतिनिधित्व करेगा और इसे राज्य के अन्य जिलों में भी दोहराया जायेगा।
इस अवसर पर हेस्को संस्था से आए पद्मभूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी ने मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि चंपावत जिले को मॉडल जिले के रूप में विकसित करने का निर्णय जो आप द्वारा लिया गया है यह हिमालय के संरक्षण के लिए एक बेहतर सोच है। उन्होंने कहा कि हम अपनी आर्थिकी हेतु अपने संसाधनों पर निर्भर रहते हैं। जल, जंगल और जमीन से हमारी आर्थिकी होती है। इस क्षेत्र में मुख्यमंत्री द्वारा जो सराहनीय कार्य किया जा रहा है इसे आगे बढ़ाए जाने हेतु हम सभी का अपना एक दायित्व है इसे हमें व्यक्तिगत तौर पर लेना सभी की जिम्मेदारी है।
जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने आदर्श चंपावत को लेकर जिले में किए जा रहे विकास कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने अवगत कराया कि जिले में वर्तमान में अनेक विकास कार्य किए जा रहे हैं। पर्यटन विकास के क्षेत्र में जहां एक और मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है वहीं पर्यटन स्थलों को विकसित,सुगम किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त ट्रैकिंग मार्गो का निर्माण सहित यहां के पुरातत्व एवं पुरानी शैली में निर्मित भवनों के संरक्षण के अतिरिक्त 100 पौराणिक नोलो का जीर्णोद्धार जैसे अनेक कार्य किए जा रहे हैं, स्वरोजगार की अनेक योजनाएं जिले में संचालित हैं इसी के तहत मनरेगा से 300 मत्स्य तालाब बनाए जा रहे हैं तथा अनेक विकास के प्रस्ताव जनपद से तैयार कर शासन को भी भेजे गए हैं। हमारा पूरा प्रयास हैं कि हम चंपावत जिले को एक आदर्श जिले के रूप में विकसित करें।
बैठक में महानिदेशक उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् प्रो0 दुर्गेश पंत ने उनके संस्थान द्वारा आदर्श जनपद हेतु किए जा रहे कार्यों, प्रस्तावित योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिले के विकास हेतु इसरो द्वारा डैशबोर्ड तैयार किया गया है। इस हेतु मुख्यमंत्री द्वारा इसरो से आए हुए वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, विभागों से आए वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा भी चंपावत जनपद को आदर्श चंपावत बनाए जाने हेतु अपने-अपने विचार रखें एवं सुझाव दिए। बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, विधायक खुशाल सिंह अधिकारी, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा, प्रतिनिधि प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय  (पी0 एस0 ए0) भारत सरकार संदीप पाटिल, महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो0 दुर्गेश पंत ,पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा,इसरो के वैज्ञानिक हरीश कर्नाटक, भारतीय पेट्रोलियम संस्थान के पंकज, निदेशक सेवायोजन हरबीर सिंह,भारतीय वन्य जीव संस्थान के पूर्व निदेशक गोपाल रावत विभिन्न राष्ट्रीय संस्थानो आईआईपी, आईआईआरएस, मृदा एवं जल संरक्षण, सीएसआईआर, सीमैप से आये हुये विशेषज्ञध् अधिकारी एवं उत्तराखण्ड सरकार के विभिन्न रेखीय विभागों से आये वैज्ञानिक अधिकारी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *