बीजेपी की जीत के लिए मंदिरों में घूमे सीएम पुष्कर सिंह धामी, नकारी भितरघात की बात
देहरादून, । विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भाजपा की जीत और प्रदेश की खुशहाली के लिए मंदिरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं। सीएम ने भवाली के निकट घोड़ाखाल के गोल्ज्यू मंदिर में पूजा की। सुबह करीब 10 बजे नैनीताल पहुंचे। यहां पहले तल्लीताल स्थित पाषाण देवी मंदिर और उसके बाद मल्लीताल स्थित नैना देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की।नैनीताल के बाद धामी ने काशीपुर जाकर कुंडेश्वरी रोड स्थित साई धाम मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की। विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद राजनीति के जानकार प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच इस बार कड़ी टक्कर बता रहे हैं। कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लगातार अपनी सक्रियता बढ़ाए हुए हैं। वहीं भाजपा में मुख्यमंत्री धामी लगातार अलग-अलग स्थानों के दौरे कर रहे हैं। भाजपा की जीत के लिए मंदिरों में पूजा-पाठ का दौर भी जारी है। गुरुवार को नैनीताल पहुंचे मुख्यमंत्री धामी ने कई मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हुए इन पूजास्थलों पर काफी समय भी बिताया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से केवल मंदिर में ही मुलाकात की। नैनीताल के नैना देवी मंदिर में पुजारी बसंत बल्लभ पांडे ने धामी को विशेष पूजा-अर्चना कराई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भाजपा की जीत के साथ ही प्रदेश की खुशहाली की कामना की। सीएम धामी ने दोपहर में काशीपुर पहुंचकर कुंडेश्वरी रोड स्थित साई धाम मंदिर में चंपावत विधायक और मंदिर संस्थापक कैलाश गहतोड़ी के साथ पूजा-अर्चना की। सीएम ने कहा, यह एक साधारण कार्यक्रम है, क्योंकि चुनाव संपन्न हो चुके हैं। साईं बाबा की कृपा से उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव निर्विघ्न एवं निर्बाध संपन्न हुआ है। बाबा की कृपा सब पर बनी रहे, हमारे देश और प्रदेश का विकास हो।
नैनीताल पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दावा किया कि भाजपा में कहीं भी भितरघात नहीं हुआ है। उन्होंने भितरघात को लेकर आ रहे नेताओं के बयानों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भाजपा निष्ठावान कार्यकर्ताओं की पार्टी है। संगठनात्मक रूप से बेहद मजबूत और विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है। बड़े परिवार में आंशिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मनभेद नहीं है। पार्टी में भितरघात की कोई संभावना नहीं है। धामी ने कहा कि भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है। चुनाव में अपनी हार देखकर हरीश रावत निजी तौर पर फेस सेविंग के लिए पारदर्शी चुनाव व्यवस्था पर गलत बयानबाजी कर रहे हैं। हरीश रावत किसी भी तरह बस चर्चा में बने रहना चाहते हैं। धामी ने कहा कि नई सरकार बनते ही भू-कानून की दिशा में कदम उठाया जाएगा। पुलिस के ग्रेड-पे के सवाल पर कहा कि सरकार बनाने के बाद एक माह में इसका हल निकाल लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की देखरेख में निष्पक्ष, पारदर्शी व शांतिपूर्ण चुनाव हुए हैं। 10 मार्च को नतीजे ही विपक्षियों को जवाब देंगे।