दून में मौत के 98 गड्ढे पाटने को पांच दिन का अल्टीमेटम
देहरादून बारिश के चलते गड्ढों में तब्दील हो चुकी सड़कें दूनवासियों को दर्द दे रही हैं। लगातार हो रहे हादसों के बाद राज्य सरकार को भी इसका अहसास हुआ है। सरकार ने अफसरों को दून में सड़कों पर दौड़ाया तो 982 किलोमीटर नापने पर 98 बड़े गड्ढे पाए गए, जबकि छोटे-छोटे गड्ढों की भरमार है। शहरी विकास मंत्री एवं सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि प्रथम चरण में बड़े गड्ढों को युद्धस्तर पर भरने के लिए अधिकारियों को पांच दिन का वक्त दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए विभागों ने कसरत प्रारंभ भी कर दी है।
शहर में सड़कों पर बने गड्ढों के कारण हो रही दुर्घटनाओं को सरकार ने गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गड्ढों को तुरंत पाटने के निर्दश दिए हैं। इस बीच शहरी विकास मंत्री कौशिक ने बुधवार को विधानसभा भवन में प्रशासनिक टीम के साथ देहरादून शहर की सड़कों को गड्ढामुक्त करने के उद्देश्य से बैठक ली। कौशिक के मुताबिक इससे पहले जिलाधिकारी व एसएसपी के माध्यम से बुधवार सुबह दून की प्रमुख सड़कों का सर्वे कराया गया। इस दौरान 98 स्थानों पर बड़े गड्ढ़े पाए गए, जिनके बाकायदा फोटो भी कराए गए। उन्होंने बताया कि इन गड्ढों को रोड़ियों से इस प्रकार भरने के निर्देश दिए गए हैं कि यातायात में कोई दिक्कत न हो।
काबीना मंत्री ने बताया कि इस कार्य में बजट की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। बरसात थमते ही सभी सड़कें दुरूस्त करा दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी सड़कों का जायजा लेने शहर में निकलेंगे। बैठक में वित्त सचिव अमित नेगी, देहरादून के जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन, एसएसपी निवेदिता कुकरेती, एडीएम वीर सिंह बुधियाल, नगर आयुक्त रवनीत चीमा, एसपी ट्रैफिक डीएस गुंज्याल, सीडीओ गिरधारी सिंह रावत साथ ही प्रशासन, पुलिस, लोनिवि, नगर निगम, एनएच आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे।