टिहरी जलाशय को पर्यटन विकास एवं साहसिक जल क्रीडा स्थल के रूप में विकसित करने पर हुआ मंथन
देहरादून, । मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में गुरूवार को सचिवालय में टिहरी जलाशय को पर्यटन विकास एवं साहसिक जल क्रीडा को विश्वस्तरीय स्थल के रूप में विकसित करने विषयक बैठक हुई। बैठक में सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि मुख्यमंत्री घोषणाओं की समीक्षा बैठक में पर्यटन विभाग से टिहरी झील के चारों ओर रिंग रोड का निर्माण किये जाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। बैठक में बताया गया कि टिहरी बाँध जलाशय लगभग 42 वर्ग कि.मी. में विस्तारित है। टिहरी झील को देखने के लिए वर्षभर देश-विदेश से पर्यटक आते हैं, परन्तु जलाशय के चारों ओर रिंग रोड न होने से पर्यटन विकास हेतु आवश्यक मूल-भूत ढांचागत सुविधाओं का विकास नहीं हो पा रहा है। रिंग रोड के निर्माण से इस क्षेत्र के आस-पास के कई गांव तथा आबादी क्षेत्र प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। साथ ही चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्री भी रिंग रोड का उपयोग कर सकेंगे। वर्तमान में ऋषिकेश से आल वेदर रोड का कार्य गतिमान है, जिसका कार्य पूर्ण होने पर टिहरी जलाशय तक पर्यटक की पहुंच और भी आसान हो जायेगी। टिहरी झील क्षेत्र को लेक टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से झील के चारों ओर रिंग रोड का निर्माण करने की चर्चा के दौरान मुख्य सचिव ने भविष्य में झील क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने तथा निकटवर्ती गांवों को यातायात की बेहतर वैकल्पिक व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए रिंग रोड निर्माण के प्रस्ताव को दो लेन में तैयार करने के निर्देश दिये। सचिव पर्यटन श्री जावलकर ने बताया कि प्रस्तावित रिंग रोड में विभिन्न स्थानों पर चिन्हित की जा रही हैं, तथा इसमें एशियन विकास बैंक के विषय विशेषज्ञों की सहायता भी प्राप्त की जा रही है। उन्होंने कहा कि उक्त कार्य को एशियन विकास बैंक से वित्त पोषितकिये जाने का प्रस्ताव है।