राष्ट्र गौरव की राजनीति में चौहान आगे
भाजपा ने राष्ट्र गौरव को हमेशा प्राथमिकता दी है और इसे भारतीयता से जोड़ा है। भारत की संस्कृति, उसका सनातन धर्म जब तक एक साथ नहीं जोड़े जाएंगे, तब तक राष्ट्र गौरव का भाव भी पूर्ण नहीं हो सकता। मध्य प्रदेश में इसीलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मुख्य रूप से राज्य में दुबारा सरकार बनाने के लिए जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं। इस यात्रा के माध्यम से श्री चौहान जनता का आशीर्वाद मांग रहे हैं कि भाजपा को फिर से सरकार बनाने का अवसर दे दें। यात्रा चुनाव से जुड़ी है क्योंकि इसी वर्ष के अंत तक राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं और विधानसभा चुनाव के बाद ही संसद के चुनाव भी होंगे। इसलिए जन आशीर्वाद यात्रा को चुनावी रंग में करना स्वाभाविक है। इसके बावजूद श्री चौहान स्वतंत्रता दिवस और शहीदों के सम्मान को नहीं भूल पाते हैं। उन्होंने शहीदों के गांवों में शहीद सम्मान समारोह करने की घोषणा की है और हर उस गांव में यह समारोह होगा, जहां से कोई युवा शहीद हुआ है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछले दिनों जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान सिवनी जनपद पहुंचे थे। मध्य प्रदेश का यह जनपद शहीदों की भूमि के नाम से भी जाना जाता है। झारखण्ड में जैसे बिरसा मुंडा को शहीदों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है उसी तरह सिवनी में बिन्दु कुमरे शहीद को लोग भगवान की तरह मानते हैं। बिन्दु कुमरे ने अपनी जान पर खेलकर मातृभूमि की रक्षा की थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस प्रकार के सभी शहीदों को याद करते हुए उनके गांव में 14 अगस्त को शहीद सम्मान समारोह आयोजित करने की घोषणा की है। इस समारोह में उन शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री कहते हैं कि भाजपा सरकार शहीदों का सम्मान करने में हमेशा आगे रहती है और इस कार्य को प्राथमिकता के तौर पर किया जाता है। इसी बहाने श्री चौहान ने अपनी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की खिंचाई भी की और कहा कि कांग्रेस सर्जिकल स्ट्राइक पर प्रमाण मांगती है लेकिन आतंकवादियों के घर जाने में उसके नेता कोई संकोच नहीं करते हैं। इस प्रकार शिवराज सिंह चौहान चुनाव प्रचार के दौरान ही शहीदों के सम्मान समारोह का आयोजन करके कांग्रेस से दो कदम आगे बढ़ गये हैं।