यह गेम पड़ रहा है बच्चों की जान पर भारी, जानिए कैसे…
देहरादून : मनप्रीत सहंस, कक्षा नौ में पढ़ रहे मुंबई के इस होनहार की उम्र महज 14 साल थी और ख्वाब था पायलट बनने का। मगर, तीन रोज पहले यानि शनिवार को मौत ने उसके ख्वाबों की उड़ान पर ब्रेक लगा दिया। बताया जा रहा है कि मनप्रीत इंटरनेट पर ‘ब्लू व्हेल’ नाम का गेम खेलता था और यही गेम उसकी मौत की वजह बना। यह घटना उन बच्चों के अभिभावकों के लिए आंख खोलने वाली है, जो काफी समय इंटरनेट पर गेम्स में गुजारते हैं। अभिभावकों को ऐसे बच्चों का नजर जरूर रखनी चाहिए।
250 से ज्यादा की जान ले चुका है ये गेम
आपको जानकर हैरानी होगी कि रूस में बना यह गेम अब तक 19 देशों में 250 से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है। इसकी वजह से सबसे ज्यादा जानें रूस में ही गईं, वहां इस गेम के कारण मरने वालों का आंकड़ा 130 के करीब है। इससे पहले पिछले साल पोकेमॉन गो ने भी काफी हंगामा मचाया था, हालांकि तब ऐसा कोई हादसा नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि भारत में किसी इंटरनेट गेम के कारण मौत का यह पहला मामला है। ऐसे में जरूरी है कि आप भी अपने बच्चे पर नजर रखें और उन्हें ‘ब्लू व्हेल’ जैसे गेम्स से दूर रहने को जागरूक करें।
खेलने वाले को करना पड़ता है सुसाइड
50 स्टेज में पूरे होने वाले इस खेल में एक एडमिन होता है, जो खेलने वाले को बताता रहता है कि अगले 50 दिन तक उसे क्या करना है। ‘ब्लू व्हेल’ खेलने वाले को अंतिम दिन खुदकुशी करनी होती है और उससे पहले एक सेल्फी लेकर अपलोड करनी होती है।
गेम छोड़ने पर मिलती है धमकी
अगर किसी ने यह गेम खेलना शुरू कर दिया तो इसे बीच में छोड़ना बड़ा मुश्किल है। बताया जा रहा है कि एक बार गेम शुरू हो जाने पर एडमिन गेम खेलने वाले का मोबाइल हैक कर फोन की सारी डिटेल कब्जे में ले लेता है। इसके बाद अगर खिलाड़ी गेम बीच में छोड़मा चाहे तो एडमिन की तरफ से धमकी मिलती है कि उसे और उसके परिजनों को मार दिया जाएगा।
जेल में है गेम बनाने वाला
यह गेम वर्ष 2013 में रूस के फिलिप बुडेकिन नामक युवक ने बनाया। हालांकि, इस गेम की वजह से आत्महत्या का पहला मामला 2015 में सामने आया। इसके बाद फिलिप को जेल भेज दिया गया।