विधायक चैंपियन के तेवरों पर भाजपा सख्त, लटकी कार्रवाई की तलवार
देहरादून : खानपुर से भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के तेवरों को पार्टी संगठन ने बेहद गंभीरता से लिया है। जांच की कड़ी में उन सभी क्लिपिंग को देखा जा रहा है, जिसमें चैंपियन ने कथित रूप से विवादित बोल बोले हैं।
प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि इस मामले में प्रथम दृष्ट्या यदि सरकार, मंत्री अथवा पार्टी नेताओं के खिलाफ अपशब्दों की बात सामने आती है तो चैंपियन से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। संतोषजनक जवाब न मिलने की दशा में अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उधर, संपर्क करने पर विधायक चैंपियन ने बताया कि उन्होंने मंगलवार को दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कर उन्हें अपनी व्यथा बताई। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भरोसा दिलाया है कि परेशान मत होइए।
विधायक चैंपियन इन दिनों सरकार को दिखाए जा रहे तेवरों को लेकर चर्चा में हैं। उनके कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुए हैं। हाल में उन्होंने रुड़की में यह तक कह दिया कि वे चार बार के विधायक हैं। सरकार मंत्री बनाए अथवा नहीं, चैंपियन शेर ही रहेगा। इससे पहले भी वह खुद को मंत्री न बनाए जाने पर नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं और यह तक सुझाव दे चुके हैं कि उन्हें राजस्थान की राजनीति में भेज दिया जाए।
यही नहीं, हरिद्वार जिला पंचायत प्रकरण के कुछ मामलों में भी वह नाराज बताए जा रहे हैं और इस बारे में पार्टी अध्यक्ष और पीएम से मिलने तक की बात कह चुके हैं।
चैंपियन के इस रवैये पर सरकार और संगठन दोनों की नजर है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट के मध्य इस बारे में दो दौर की बात हो चुकी है। अब संगठन पूरे मामले का अध्ययन करा रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि सभी क्लिपिंग देखी जा रही हैं। प्रथम दृष्ट्या यदि सरकार, किसी मंत्री अथवा बड़े नेता के खिलाफ कोई अपशब्द या अनुशासनहीनता की बात आती है तो विधायक चैंपियन से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। संतोषजनक जवाब न मिलने पर बात अनुशासनहीनता की श्रेणी में आती है तो इस लिहाज जो कार्रवाई होगी, वह की जाएगी। यह बात सभी को समझ लेनी चाहिए कि भाजपा एक अनुशासित पार्टी और इसमें अनुशासनहीनता की किसी को इजाजत नहीं है।
उधर, विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने जागरण से बातचीत में कहा कि उनकी कुछ व्यथा व कुछ कथा है। जब सीएम और प्रदेश अध्यक्ष ने कथा नहीं सुनी तो मंगलवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कर उन्हें व्यथा सुनाई। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उनकी बातों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि परेशान होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि वह प्रधानमंत्री से मिलने के लिए समय लेने की कोशिश भी कर रहे हैं।