भाजपा संगठन ने विधायकों की सरकार से किसी तरह की नाराजगी से किया इन्कार
देहरादून । अफसरों की मनमानी से क्षुब्ध भाजपा विधायकों की बैठकों और दिल्ली में आलाकमान के समक्ष दस्तक के बाद पार्टी संगठन सक्रिय हुआ है। भाजपा संगठन ने विधायकों की सरकार से किसी तरह की नाराजगी से इन्कार किया है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र भंडारी ने कहा कि विधायकों की नाराजगी और बगावत को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है। संगठन और सरकार में सब कुछ ठीक चल रहा है।पिछले कुछ दिनों से कई भाजपा विधायकों की देहरादून में स्थित विधायक हॉस्टल और फिर हल्द्वानी में बैठकों ने सियासी हलचल बढ़ा दी थी। हालांकि इन विधायकों ने अपनी नाराजगी का कारण अफसरों के मनमाने रवैये को बताया। भाजपा विधायकों का कहना था कि अफसर विधानसभा क्षेत्रों में विकास कार्यों में कतई सहयोग नहीं कर रहे हैं। इससे डेढ़ साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर असर पडने का उन्होंने अंदेशा जताया। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक बिशन सिंह चुफाल ने इस संबंध में देहरादून में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और फिर दिल्ली जाकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भेंट भी की।
इसके बाद गुरुवार को इस मामले में संगठन आगे आया। पार्टी के प्रदेश महामंत्री राजू भंडारी ने एक बयान जारी कर कहा कि विधायकों का केंद्रीय नेतृत्व से मिलना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। इन मुलाकातों को लेकर जो अटकलें लगाई जा रही हैं, वे सिरे से गलत हैं। सभी लोग एक टीम की तरह एकजुट होकर राज्य के विकास के लिए काम कर रहे हैं। कोई विधायक सरकार से नाराज नहीं है।
भंडारी ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में प्रदेश की हर विधानसभा में ऐतिहासिक काम हो रहे हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति वाली सरकार राज्य को विकास के पथ पर ले जाने के लिए अथक प्रयास कर रही है। सरकार ने जनहित में बहुत से सख्त और अच्छे फैसले लिए हैं। पार्टी के लोग तमाम उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने के कार्य मे शिद्दत से जुटे हुए हैं।