विपक्ष मुक्त भारत बनाने के लिए पार्टियां खरीद रही बीजेपी: हरीश रावत
हल्द्वानी : उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एकबार फिर से बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देश में अघोषित आपातकाल जैसे हालात बन रहे हैं। राज्य में किसान बदहाल हैं और आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं। यह सरकार न तो किसानों का भरोसा जीत पाई है और ना ही बलात वसूली पर रोक लगाना चाहती है।
नैनीताल जिले के हल्द्वानी पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत ने सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ही पीड़ितों और किसानों का मजाक उड़ा रही है। सीएम त्रिवेंद्र रावत तर्क दे रहे हैं कि मरने वाले किसानों के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला तो कृषि मंत्री कहते हैं कि बैंकों ने उदारतापूर्वक लोन दे दिया है। उनका कहना है कि किसानों के हित में दीर्घकालिक नीति के लिए सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए।
हरदा ने कृषि और उद्यान विभाग के एकीकरण को सिरे से खारिज करते हुए इसे गलत बताया। हरदा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय में शुरू कराई गई कन्याधन योजना का नाम बदलकर वर्तमान सरकार ने बेटियों का हक भी कम कर दिया है। एपीएल का कोटा कम और कीमत दोगुनी कर दी गई है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि सरकार ने विभिन्न विभागों में जिन 20 हजार पदों को फ्रीज किया है, उनके लिए सरकार से वह खुद लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी कैबिनेट ने इन सभी पदों को भरने की भी तैयारी कर ली थी।
वहीं देश की राजनीति पर तंज कसते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि कुछ महीनों से देश में संसदीय लोकतंत्र पर आपातकाल जैसे हालात दिखने लगे हैं। विपक्ष मुक्त भारत बनाने के लिए भाजपा मात्र विधायक ही नहीं अब पार्टी भी खरीद रही है। शराब के मामले में हरदा टैक्स का जुमला देने वाली पार्टी ने शराब के दाम बढ़ा दिए हैं। रेता बजरी के दाम दोगुने हो गए हैं। ऐसे में सरकार किसानों से माफी मांगे और शराब और रेता की कीमत बढोत्तरी पर यह भी बताए कि यह पैसा देवालयों में जा रहा है या उनके आकाओं के पास दिल्ली में।