योगी और केशव की खाली की गई जमीनी पर चुनावी खेती की तैयारी में जुटी भाजपा
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से रिक्त हुई गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट के उप चुनाव के लिये निर्वाचन आयोग ने अभी कोई तारीख तय नहीं की है लेकिन, भाजपा जमीनी तैयारी में जुट गई है। उम्मीदवारों के चयन को लेकर मंथन का सिलसिला चल रहा है परंतु संगठनात्मक रूप से दोनों क्षेत्रों में बुनियादी तैयारी कमोवेश पूरी हो गई है।
भाजपा ने दोनों क्षेत्रों के लिए संगठन की ओर से दो प्रदेश मंत्री और एक-एक विधायकों की नियुक्ति की है। गोरखपुर के लिये नियुक्त किये प्रदेश मंत्री अनूप गुप्ता और कौशलेंद्र सिंह पटेल व विधायक श्रीराम चौहान सोमवार से क्षेत्र में प्रवास करेंगे। इसके पहले वहां एक चक्र में बैठक हो चुकी है। अनूप गुप्ता बताते हैं कि लोकसभा क्षेत्र के 182 सेक्टरों में चुनाव प्रभारी नियुक्त किये जाने हैं। करीब 2100 बूथ हैं जहां चुनाव को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। फूलपुर क्षेत्र के लिये प्रदेश मंत्री गोविंद नारायण शुक्ल, अमर पाल मौर्य व विधायक भूपेश चौबे को दायित्व सौंपा गया है। यहां पर संगठनात्मक तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है।
संगठन के हर धड़े के साथ गोविंद नारायण शुक्ल से लेकर सभी पदाधिकारियों ने अलग-अलग बैठकें पूरी कर ली हैं। फूलपुर में 15 मंडल हैं, जिनमें छह मंडलों की चुनावी संगठनात्मक संरचना पूरी हो चुकी है। बुधवार से यहां लगातार बैठकें शुरू होंगी। दस फरवरी तक सभी बैठकें पूरी हो जाएंगी। फूलपुर में 227 सेक्टर और 2154 बूथ हैं। सेक्टरों में यहां संयोजक और प्रभारी पहले से तैनात रहे लेकिन, चुनाव की दृष्टि से सेक्टर वार चुनाव प्रभारी भी घोषित किये गए हैं। गोविंद नारायण शुक्ल बताते हैं कि प्रभारियों के साथ बैठक करके उन्हें उनकी जिम्मेदारियों से अवगत करा दिया गया है। मंडल प्रभारी, मंडल अध्यक्ष और चुनाव की दृष्टि से बनाये गए मंडल संयोजकों के साथ भी बैठकें हो चुकी हैं। हर बूथ पर समीक्षा करके नए सिरे से समिति बनाई जानी है। संगठन का खाका तैयार है। इस बीच भाजपा के सह प्रभारी सुनील ओझा और क्षेत्रीय संगठन मंत्री भी समीक्षात्मक बैठकें कर चुके हैं। गोविंद नारायण शुक्ल कहते हैं कि ‘संगठन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। उम्मीदवार तय करना नेतृत्व का काम है लेकिन, संगठनात्मक स्तर पर हमारी तैयारी लगभग पूरी हो गई है। केंद्र और प्रदेश सरकार की विकास योजनाओं और संगठन की बदौलत हम यह उप चुनाव रिकार्ड मतों से जीतेंगे।