BJP नेताओं ने हथियाई सरकारी जमीनें, जल्द लिस्ट जारी करूंगा: रावत
देहरादून।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विश्वासमत हासिल करने का दावा करते हुए केन्द्र सरकार और कांग्रेस के बागी नेताओं पर जोरदार हमला किया है। रावत बीजापुर स्थित अपने आवास पर मीडिया से कहा कि केंद्र की महाबली सरकार ने ही उत्तराखंड में अस्थिर सियासी हालात पैदा किए हैं।
उन्होंने कहा, ‘मुझे पर भू-माफिया होने का आरोप लगाया जा रहा है जबकि कांग्रेस के बागी विधायकों समेत भाजपा के नेताओं ने किस तरह सरकारी जमीनों को हासिल किया है, इसकी जल्दी ही पूरी सूची जारी की जाएगी। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि उन्हें ठंडा करके खाने की आदत है और स्वभाव भी उनका ठंडा है। इसलिए किसी पर आक्षेप लगाने के मामले में उन्हें कोई जल्दबाजी नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘खनन को लेकर मुझे पर आरोप लगाए गए जबकि वस्तुस्थिति यह है कि उनसे पहले मुख्यमंत्री रहे विजय बहुगुणा के समय में सैकड़ों खनन के पट्टे नियम कानूनों को ताक पर रखकर जारी किए गए।‘
उन्होंने कहा कि राज्य के विकास को ध्यान में रखते हुए भूमि का आवंटन किया गया। नैनीसार में स्कूल खोलने के लिए भूमि दी गई और भविष्य में भी विकास कार्यों के लिए सरकारी भूमि को देने की प्रक्रिया जारी रहेगी। रावत ने कहा कि देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए चाय बागान की जमीन को लेकर उन पर अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं जबकि भाजपा भी देहरादून में स्मार्ट सिटी बनाने के पक्ष में है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं ने खुद पत्र लिखकर स्मार्ट सिटी शहर से बाहर बनाने की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने केंद्र की सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाते हुए कहा कि चंद रोज पहले जो बागी कांग्रेस छोड़कर भाजपा के हिमायती बने हैं, वे जमीनों की खुर्दबुर्द में किस तरह शामिल हैं, यह सभी जानते हैं। ऐसे में उन पर भू-माफिया, खनन माफिया और शराब माफिया से मिलीभगत होने के आरोप पूरी तरह निराधार हैं। जनता भाजपा को इस कृत्य का अवश्य जवाब देगी।