अश्लील समझा जाता है इस डांस को, अब इस पर बन गई है फिल्म
नई दिल्ली: भोजपुरी फिल्म जगत ऐसे विषय पर फिल्म लेकर आ रहा है, जिसे अश्लीलता के साथ जोड़कर देखा गया. लेकिन भोजपुरी फिल्म ‘नचनियां’ में कोशिश की गई है कि इस नाच और इससे जुड़े लोगों की व्यथा को परदे पर सही ढंग से उकेरा जा सके. फिल्म की गंभीरता को इस बात से भी समझा जा सकता है कि इसे सेंसर बोर्ड से भी हरी झंडी मिल गई है. बिहार की लौंडा नाच संस्कृति पर आधारित ‘नचनियां’ को सेंसर ने यू सर्टिफिकेट दिया तो सबका ध्यान इस ओर गया.
प्रोड्यूसर विशाल दुबे और डायरेक्टर समीर रमेश सुर्वे ने बताया कि यह कॉन्सेप्ट ही अपने आप में अनूठा था. कभी बिहार और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लौंडा नाच काफी प्रसिद्ध था लेकिन अश्लीलता हावी होते ही उसकी जगह ऑर्केस्ट्रा ने ले ली जिससे नाच के नाम पर भौंडा प्रदर्शन शुरू हो गया. फिल्म की कहानी उसी संस्कृति के विलुप्त होने की कहानी है. उनसे जुड़े कलाकार की व्यथा नचनियां में दिखाई गई है. उन्होंने बताया जब स्क्रिप्ट तैयार हो गई तो समस्या आ गई कि मुख्य किरदार में कौन हो? किसी नामचीन कलाकार को फिल्म के केंद्रीय किरदार में कास्ट करना खतरे से खाली नहीं था क्योंकि भोजपुरी के सारे अभिनेता की अपनी-अपनी इमेज है साथ ही इस किरदार के लिए ऐसे कलाकार की जरूरत थी जो अच्छे डांसर तो हो ही साथ ही उसे भोजपुरिया संस्कृति की समझ भी हो. भोजपुरी के एक डांस बेस रियलिटी शो से चमके अविनाश द्विवेदी ने आखिरकार उनकी कमी पूरी कर दी.
हाल ही में फिल्म की दो बार स्क्रीनिंग रखी गई जिसमें भोजपुरी सितारों के अलावा उन लोगों को भी फिल्म दिखाई गई जिनकी नजर में भोजपुरी फिल्मों में मात्र अश्लीलता परोसी जाती है. सभी ने फिल्म की तारीफ की. जय ओम प्रोडक्शन की नचनियां में फिल्म के सारे कलाकार नए हैं. फिल्म की रिलीज डेट जल्द ही बताई जाएगी.