दरवाजे पर दो दिन तक पड़े रहे अखबार और दूध के पैकेट, फिर पता चला बिंदास परवीन बॉबी नहीं रहीं
नई दिल्ली: 70-80 के दशक में सलवार-सूट में लिपटी हीरोइनों के बीच खुले बाल, हाथ में सिगरेट और मिनी स्कर्ट पहने ग्लैमर्स अंदाज की मल्लिका परवीन बॉबी ‘अमर अकबर एंथोनी’ और ‘नमक हलाल’ और ‘शान’ जैसी सुपरहिट फिल्मों से चर्चा में आईं. आज वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन ग्लैमर्स अदाओं वाली इस अभिनेत्री की यादें जिंदा हैं. इस बिंदास हीरोइन को 1976 में टाइम मैगजीन ने अपने कवर पेज पर जगह दी थी. अब इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि वह उस दौर में क्या स्थान रखती थीं.
परवीन बाबी का जन्म 4 अप्रैल 1949 को गुजरात के जूनागढ़ में हुआ था. परवीन अपने माता-पिता की शादी के 14 साल बाद पैदा हुई थीं. उन्होंने अपने पिता को सात साल की उम्र में ही खो दिया था. स्कूली शिक्षा उन्होंने औरंगाबाद से पूरी की. इसके बाद अहमदाबाद के सेंट जेवियर्स कॉलेज में पढ़ने गईं. मॉडलिंग के दिनों में परवीन बॉबी अहमदाबाद यूनिवर्सिटी में पढ़ाई भी पूरी कर रही थीं कि इसी दौरान प्रसिद्ध निर्माता निर्देशक बीआर इशारा की नजर उन पर पड़ी. कहा जाता है कि उस वक्त उन्होंने मिनी स्कर्ट पहनी हुई थी और हाथ में सिगरेट थी. इशारा उनसे इतने प्रभावित हो गए कि उन्होंने तुरंत अपनी फिल्म के लिए साइन कर लिया.
परवीन बॉबी ने अपने करियर की शुरुआत 1973 में क्रिकेटर सलीम दुर्रानी के अपोजिट फिल्म ‘चरित्र’ से की थी. उनकी पहली बड़ी हिट फिल्म अमिताभ बच्चन के साथ ‘मजबूर’ थी. 1975 में आई यश चोपड़ा की फिल्म ‘दीवार’ में सुपर स्टार अमिताभ के साथ परवीन एक बार फिर नजर आई. इसके बाद 1977 में मनमोहन देसाई के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘अमर अकबर एंथोनी’ में एक बार फिर परवीन ने अमिताभ के साथ काम किया. उनकी यह फिल्म भी सुपरहिट रही. इस बीच उन्होंने ‘काला पत्थर’ और ‘सुहाग’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में शशि कपूर के साथ लीड रोल किया. 1981 में परवीन बॉबी ने ‘कालिया’, ‘क्रांति’ और ‘आहिस्ता-आहिस्ता’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में एक्टिंग की. इसके बाद फिल्म ‘नमक हलाल’ परवीन बॉबी के फिल्मी करियर की एक और सुपरहिट फिल्म साबित हुई.
परवीन ने शादी नहीं की थी, लेकिन उनके कई विवाहित पुरुषों के साथ संबंध थे. इनमें महेश भट्ट, कबीर बेदी और डैनी डेनजोगपा भी शामिल हैं. उनके और अमिताभ बच्चन के बीच भी संबंध होने की अफवाहें उड़ी थीं. यही नहीं एक दौर में उन्होंने अमिताभ बच्चन पर आरोप भी लगाए थे, लेकिन बाद में साफ हुआ कि यह सब उनकी बीमारी के वजह से था. महेश भट्ट ने परवीन बॉबी के जीवन पर ‘वो लम्हे’ बनाई थी.
परवीन बॉबी को जीवन में अकेलेपन और निराशा ने उन्हें अपना जल्दी ही शिकार बना लिया था. सफलता के चरम पर वह मनोरोग का शिकार हो गईं. उन्हें इलाज के लिए विदेश भी जाना पड़ा, लेकिन वह अपनी बीमारी से पूरी तरह से बाहर नहीं निकल पाईं. परवीन जितना पर्दे पर बोल्ड और बिंदास थीं, उतनी ही निजी जीवन में अकेली. डैनी, महेश भट्ट, कबीर बेदी जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ उनकी करीबी रही, मगर परवीन की जिंदगी में ऐसा कोई नहीं आया, जो हमेशा उनका साथ देता, इसी अकेलेपन ने धीरे-धीरे परवीन बॉबी को अंदर से खाना शुरू कर दिया और पर्दे पर धूम मचाने वाली बोल्ड गर्ल, दुनिया से ऐसे विदा हुई कि किसी को कुछ पता ही नहीं चला. 2005 में मुंबई स्थित उनके फ्लैट फ्लैट के बाहर दूध और समाचारपत्र पड़े देख लोगों ने दरवाजे को खुलवाया तो पता चला कि दिलों में राज करने वाली यह अभिनेत्री दुनिया छोड़कर चली गई है. (विभिन्न एजेंसियों और मीडिया में छपी खबरों पर आधारित)
परवीन बॉबी के पांच सुपरहिट गाने
- जवानी जानेमन हसीन दिलरुबा…
- रात बाकी, बात बाकी…
- प्यार करने वाले प्यार करते हैं शान से
- लिखने वाले ने लिख डाले मिलने के साथ…
- अंग्रेजी में कहते हैं के आई लव यू