अयोध्या विवाद की सुनवाई तीन महीने टली
नई दिल्ली। अयोध्या केस पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई तीन महीने के लिए टल गई है। चीफ जस्टिस ने साफ कर दिया है कि इस मामले पर जल्द कोई सुनवाई नहीं होगी। कोर्ट में सिर्फ तीन मिनट बहस हुई।
चुनाव के लिए राजनीतिक दलों में गर्माहट पहले ही महसूस की जा रही है और 2019 चुनाव से पहले मोदी सरकार पर घर के अंदर से भी चौतरफा दबाव बनता जा रहा है कि वो राम मंदिर के निर्माण के लिए सदन में कानून लाएं और अयोध्या में रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का रास्ता साफ करें। खुद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजयदशमी कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अपने संबोधन में कहा था कि राम मंदिर के लिए कानून बनाना चाहिए। ये सीधे तौर पर इशारा था कि संघ और भाजपा के समर्थकों और राम के प्रति आस्था रखने वालों की भावनाओं को
ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार को सदन में राम मंदिर के लिए कानून लाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में जनवरी 2019 की तारीख तय की है। सर्वोच्च न्यायालय में यह सुनवाई 2010 के इलाहाबाद हाईकोर्ट में फैसले के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिकाओं पर होनी है।