डोप टेस्ट में नाकाम रहीं, एशियाई खेलों में गोल्ड जीतने वाली प्रियंका पवार पर लगा 8 साल का बैन
नई दिल्ली: एशियाई खेल-2014 में महिला रिले में स्वर्ण पदक जीतने वाली धावक प्रियंका पवार पर डोप टेस्ट में असफल होने के कारण आठ साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है. सोमवार को सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. प्रियंका को हैदराबाद में इंटर-स्टेट एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन का दोषी पाया गया था. यह चैम्पियनशिप पिछले साल 28 जून से दो जुलाई के बीच खेली गई थी. तब से उन पर अस्थायी प्रतिबंध था.
प्रियंका को रियो ओलम्पिक-2016 में चार गुणा 400 मीटर रिले में चुना गया था, लेकिन बाद में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था. उनकी जगह अश्विनी अकुनजी को टीम में शामिल किया गया था. नाम न बताने की शर्त पर सूत्र ने कहा कि राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए अपना फैसला सुनाया है.
नाडा के नियम के अनुसार अगर खिलाड़ी दो बार डोपिंग में पकड़ा जाता है तो उस पर आठ साल से लेकर अजीवन प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है. खिलाड़ी के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पदक तत्काल प्रभाव से जब्त कर लिए जाते हैं. प्रियंका इससे पहले 2011 में भी डोप टेस्ट में असफल रही थीं. दो साल के प्रतिबंध के बाद वह 2013 में वापस आई थीं. उन्हें राष्ट्रीय शिविर में भी जगह मिली थी और इंचोन में खेले गए एशियाई खेलों में भी शामिल किया गया था.