अनाम चोटी को जाना जायेगा अटल के नाम से : सतपाल
देहरादून ।गंगोत्री धाम के रक्तवन ग्लेशियर से लगी अनाम चोटी (6500 मीटर) को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम रखा जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग का दल गांधी जयंती के अवसर पर नेहरू माउंटेनियरिंग संस्थान (एनआइएम) की मदद से आरोहण करेगा। आरोहण से लौटने के बाद चोटी का नाम दस्तावेजों में ‘अटल चोटी’ रखा जाएगा। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि गंगोत्री घाटी में सुदर्शन पर्वत और सैफी के बीच एक अनाम चोटी है। रक्तवन ग्लेशियर पर स्थित इस चोटी का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर अटल चोटी रखा जाएगा। इसका प्रस्ताव पर्यटन विकास परिषद के सदस्य अवधेश भट्ट ने पर्यटन मंत्री को दिया है। प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी गई है। इस संबंध में चोटी पर आरोहण के लिए एक दल दो अक्टूबर को रवाना होगा।
नेहरू माउंटेनियरिंग संस्थान की मदद ली जाएगी, ताकि पूर्व पीएम की पर्यावरण और प्रकृति से अटूट आस्था को सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सके। उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संदेश देने के साथ इस चोटी पर आरोहण किया जाएगा। इसी दौरान चोटी की ऊंचाई की वास्तविकता, रूट एवं कैंप भी चिह्नित किए जाएंगे। सफल आरोहण कर लौटने के बाद पूरी रिपोर्ट सर्वे ऑफ इंडिया और इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन (आइएमएफ) को दी जाएगी। इधर, परिषद के सदस्य अवधेश भट्ट ने कहा कि दो अक्टूबर को इस चोटी के आरोहण को दल उत्तरकाशी के एनआइएम से रवाना होगा। दल में एवरेस्ट आरोही विश्वेश्वर सेमवाल समेत अन्य सदस्य शामिल होंगे।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने शिवलिंग पीक की परिक्रमा कर लौटी स्नो स्पाइडर ट्रैक एंड टूर की टीम का दून में फ्लैग इन किया। दल ने मंत्री को बताया कि 11 दिन में दल ने गंगोत्री पर्वत श्रृंखला के इस अनछुए हिस्से में कई नए पड़ाव खोज निकाले हैं। इनके नाम भगवान शिव के सम्मान में पार्वती कैंप, गणेश कैंप दिए गए हैं। इस अभियान को एडवेंचर टूरिज्म में नई पहचान के रूप में देखा जा रहा है। पर्यटन मंत्री ने अभियान के संयोजक एवरेस्ट आरोही विश्वेश्वर सेमवाल को शुभकामनाएं देते हुए एडवेंचर टूरिज्म में आगे भी इसी तरह के नए कीर्तिमान स्थापित करने को कहा। इस मौके पर टीम के भागवत सेमवाल, निर्मल सिंह, शैलेष आदि ने भी अपने अनुभव साझा किए। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, यूटीडीपी के सदस्य राजेंद्र भंडारी समेत अन्य मौजूद रहे।