अच्छी चलती केजरीवाल सरकार तो इतने मंत्री नहीं होते बाहर: अन्ना
नई दिल्ली । जन लोकपाल और किसानों के मुद्दे पर 23 मार्च से एक बार फिर समाजसेवी अन्ना हजारे दिल्ली में आंदोलन शुरू करेंगे। मंगलवार को दिल्ली पहुंचे अन्ना ने कहा कि आंदोलन किस जगह करना है इसके लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।
केजरीवाल सरकार के कामकाज पर भी सवाल
अन्ना ने केजरीवाल सरकार के कामकाज पर भी सवाल खड़े किए। अन्ना ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार अच्छी चलती तो इतने मंत्री बाहर नहीं होते। केजरीवाल सरकार के कार्यकाल को तीन वर्ष नहीं हुए हैं, लेकिन कैबिनेट में शामिल चार मंत्रियों को बाहर करना पड़ा। इन मंत्रियों पर फर्जी डिग्री से लेकर रिश्वत लेने तक के आरोप लगे हैं।
लोकपाल विधेयक को कमजोर कर दिया
अन्ना ने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने वाले पांच बिल संसद में लंबित पड़े हैं, लेकिन किसी को चिंता नहीं है। सरकार को जितनी चिंता बड़े व्यापारियों की है, उतनी किसानों की नहीं है। जनलोकपाल के मुद्दे पर प्रधानमंत्री को लिखे पत्र का जिक्र करते हुए अन्ना ने कहा कि प्रधानमंत्री लोगों से कहते है कि वह भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाना चाहते हैं, लेकिन उन्होंने भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने वाले लोकपाल विधेयक को कमजोर कर दिया। अन्ना ने कहा कि 23 मार्च को शहीद दिवस है, इसीलिए उसी दिन वह दिल्ली में आदोलन शुरू करना चाहते हैं।
’23 मार्च को चलो दिल्ली’
मालूम हो कि बीते रविवार को अन्ना हजारे ने मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल खजुराहो में एक दीवार पर दिल्ली में होने वाले आंदोलन की तारीख लिख दी। उन्होंने लिखा, ’23 मार्च को चलो दिल्ली’। उस दौरान उन्होंने कहा था कि यह आदोलन किसी दल के खिलाफ और किसी के समर्थन में नहीं है, यह जनता के हित में किया जा रहा है।