चोट के बाद अंजलि ने की शानदार वापसी, 400 मीटर में जीता सोना
लखनऊ। हरियाणा की अंजलि देवी ने चोट के बाद प्रतिस्पर्धी दौड़ में शानदार वापसी करते हुए गुरुवार को यहां 59वीं राष्ट्रीय अंतरराज्यीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप की महिला 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता। अंजलि ने 51.53 सेकेंड के निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ गुजरात की सरिताबेन गायकवाड़ (52.96 सेकेंड) और केरल की जिस्ना मैथ्यू (53.08 सेकेंड) को पछाड़ा। बीस साल की अंजिल पिछले साल सितंबर में भुवनेश्वर में राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स में 51.79 सेकेंड के प्रयास के साथ पहले ही विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। महिला 400 मीटर के लिए विश्व चैंपियनशिप का क्वालीफाइंग स्तर 51.80 सेकेंड है। अंजलि इस स्पर्धा में अब तक क्वालीफाइंग स्तर हासिल करने वाली एकमात्र भारतीय हैं। टखने की चोट के बाद वापसी कर रहे अंजलि ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा कि फेडरेशन कप (मार्च में) के बाद से प्रतिस्पर्धी दौड़ में हिस्सा नहीं लेने के कारण मुझे पता था कि फाइनल में मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। मैराथन विशेषज्ञ केरल के गोपी थोनाकल ने 30 मिनट 52.75 सेकेंड के समय के साथ उत्तर प्रदेश के अर्जुन कुमार और गोवा के विक्रम बंगरिया को पछाड़कर 10000 मीटर की दौड़ जीती। एल सूरिया और 5000 मीटर की विजेता पारूल चौधरी की गैरमौजूदगी में उत्तर प्रदेश की फूलन पाल ने महिला 10000 मीटर दौड़ जीती। ऊंची कूद में महाराष्ट्र के सर्वेश कुशारे ने 2 .23 मीटर के साथ स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने केरल के जियो जोस (2.21 मीटर) और कर्नाटक के बी चेतन (2.19 मीटर) को पछाड़ा। विश्व विश्वविद्यालय खेलों की स्वर्ण पदक विजेता दुती चंद ने 100 मीटर सेमीफाइनल में 11.34 सेकेंड का समय लिया। उन्हें अगर विश्व चैंपियनशिप का 11 .24 सेकेंड का क्वालीफाइंग स्तर हासिल करना है तो शुक्रवार को फाइनल में इससे बेहतर प्रदर्शन करना होगा। पुरुष 100 मीटर सेमीफाइनल में हरियाणा के 19 साल के नुजरत ने 10 .51 सेकेंड का सर्वश्रेष्ठ समय निकाला।