पशुपालन को रोजगार का नए स्रोत के रूप में विकसित किया जाएगाः बहुगुणा
देहरादून,। पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि किसानों की आमदनी को दोगुना करने में पशुपालन अहम भूमिका निभा सकता है। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कोशिश की जाएगी कि पशुपालकों के लिए बेहतर से बेहतर रोजगारपरक योजनाएं शुरू की जाएं। पशुपालन को रोजगार का नए स्रोत के रूप में विकसित किया जाएगा। विश्व पशुचिकित्सा दिवस पर राजपुर रोड स्थित एक होटल में आयेाजित कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से जुड़े सौरभ ने कहा कि उत्तराखंड में पशुपालन अहम भूमिका अदा कर सकता है। कार्यक्रम का आयोजन राज्य पशुचिकित्सा सेवा संघ और राज्य पशु चिकित्सा परिषद ने किया था। कोरोना से संक्रमित होने की वजह से सौरभ वर्चुअल रूप से कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि विभागीय योजनाओं को रोजगारपरक बनाया जाएगा। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने भी कहा कि पशुपालन की राज्य के विकास में अहम भूमिका है। वन विभाग को पांच साल में आम जनता का विभाग बनाया जाएगा। पशुपालन विभाग से भी 15 से ज्यादा डाक्टर-विशेषज्ञों को वन विभाग में प्रतिनियुक्ति पर लेने पर विचार किया जा रहा है। सुबोध ने कहा कि इस पर फोकस करने की जरूरत है। कृषि, उद्यान, सहकारिता और पशुपालन जैसे समान प्रकृति के विभागों के लिए एक ही मंत्री होना चाहिए। सचिव-सीएम आर.मीनाक्षीसुंदरम, पशुपालन सचिव वीवीआरसी पुरूषोत्तम, पशुपालन निदेशक डॉ. प्रेम कुमार ने भी विचार रखे। देहरादून के डीएम आर राजेश कुमार पशुचिकित्सकों को सर्वश्रेष्ठ करार दिया। कहा कि पशु चिकित्सक द्वारा मूक पशुओं की सेवा करने का काम पुण्य का कार्य है। राज्य पशु चिकित्सा संघ के अध्यक्ष डॉ. कैलाश उनियाल ने संघ का मांगपत्र प्रस्तुत किया। संचालन महासचिव डॉ आशुतोष जोशी ने किया