20 अक्टूबर को सुबह 11.40 बजे बंद होंगे गंगोत्री के कपाट
उत्तरकाशी : विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने का शुभ मुहूर्त भी तय हो गया है। धाम के कपाट चार गते यानी 20 अक्टूबर को धनु लग्न व अभिजित नक्षत्र के संयोग में सुबह 11.40 बजे बंद किए जाएंगे। इसके बाद देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखवा) में उनके दर्शन कर सकेंगे। बता दें कि श्री बदरीनाथ, केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के कपाट बंद की तिथि व मुहूर्त वियजादशमी पर्व पर तय हो चुके हैं।
गंगोत्री धाम के कपाट बंद करने का शुभ मुहूर्त सोमवार को तीर्थ पुरोहितों की मौजूदगी में निकाला गया। इसके बाद मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने कपाट बंद होने के शुभ मुहूर्त की औपचारिक घोषणा की।
सेमवाल ने बताया कि गंगोत्री धाम के कपाट भैयादूज के पहले दिन अन्नकूट के अवसर पर बंद होते हैं। बताया कि 20 अक्तूबर को सुबह 8.30 बजे मां गंगा का मुकुट उतारा जाएगा और फिर निर्वाण दर्शन होंगे। मंत्रोच्चार के बीच मां की मूर्ति के महाभिषेक के बाद हवन, पूजा-अर्चना के साथ कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
इससे पूर्व मां गंगा की उत्सव डोली को मंदिर परिसर से बाहर निकाला जाएगा। इसमें मां सुबह 11.55 बजे अपने शीतकालीन पड़ाव मुखवा के लिए प्रस्थान करेंगी। रात्रि विश्राम चंडेश्वरी देवी मंदिर (मार्कंडेय मंदिर) में करने के बाद 21 अक्तूबर को डोली मुखवा पहुंचेगी। मुखवा में मेहर रेजीमेंट का बैंड मां की आगवानी करेगा।
News Source: jagran.com