प्रशासन को विरोध का सामना करना पड़ा
रुद्रपुर,। हाईकोर्ट के निर्देश पर प्रशासन ने शनिवार को मुख्य बाजार में विरोध के बीच अतिक्रमण ध्वस्त कर दिया। अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रशासन को कई बार विरोध का सामना करना पड़ा। व्यापारियों और राजनैतिक दलों से जुड़े लोगों की पुलिस और अधिकारियों के साथ तीखी नोंक झोंक भी हुई। प्रतिज्ञा दि ओथ फाउंडेशन ने रूद्रपुर में अत्मिण हटाने की याचिका दायर की थी जिस पर हाईकोर्ट ने रूद्रपुर का अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिये थे। जिला व नगर निगम प्रशासन की टीम ने गत 10अप्रैल को गल्ला मंडी से अतिक्रमण हटाने का अभियान प्रारम्भ किया था और 50 खोखे ध्वस्त किये थे लेकिन बाद में व्यापारियों के स्वयं अतिक्रमण हटा लेने के आश्वासन पर समय दे दिया था। 16 अप्रैल को डीएम नीरज खैरवाल ने स्वंय बाजार का भ्रमण किया और नगर निगम की टीम को अतिक्रमण को चिन्हित करने के निर्देश दिये थे। तब से नगर निगम की टीम ने 1138 अतिक्रमण चिन्हित किये थे जो शहर के मुख्य मार्ग और गलियों के थे। नगर निगम की इस कार्रवाई से पूरे बाजार में हड़कम्प मचा रहा और पिछले कई दिनों से व्यापारी अपना अतिक्रमण स्वयं ही ध्वस्त करने में लगे थे। शनिवार को एसडीएम युक्ता मिश्रा, एमएनए जयभारत सिंह,सीओ स्वतंत्र कुमार, कोतवाल कैलाश भट्ट के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल और नगर निगम की टीम गाधीपार्क के सामने देवभूमि व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष गुरमीत सिंह की दुकान के सामने पहुंची। वहां सिंह अपनी दुकान की दीवार तुड़वा रहे थे और टीनशेड भी खाली करा रहे थे। वहां पर विधायक राजकुमार ठुकराल भी मौजूद थे। जब प्रशासन की टीम ने जेसीबी मशीन के जरिये सिंह की दुकान का अतिक्रमण ध्वस्त करने को कहा तो ठुकराल ने विरोध करना शुरू कर दिया। विधायक ठुकराल ने प्रशासन की टीम से कहा कि मुख्य बाजार के प्रारम्भ से ही अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाये। काफी जद्दोजहद के बाद विधायक ठुकराल माने और जेसीबी मशीन ने सबसे पहले देवभूमि व्यापार मण्डल जिलाध्यक्ष गुरमीत सिंह की दुकान की दीवार ध्वस्त कर दी। इसके बाद पूरे बाजार में हड़कम्प मच गया। जो इक्का दुक्का दुकानें बाजार में खुली थीं वह भी धड़ाधड़ बंद हो गयीं। उसके बाद जेसीबी की मदद से दुकानों के बाहर शेड और पक्के फर्श ध्वस्त कर दिये गये। विरोध े बीच भाजपा नेता सुरेश कोली जेसीबी के आगे लेट गये। इससे वहां अफरा तफरी मच गई। बाद में उन्हें पुलिस ने जबरन उठाकर ध्वस्तीकरण पुनः शुरू किया। इस दौरान कई बार व्यापारियों से भी प्रशासन की नोंक झोंक हुई लेकिन प्रशासन ने अभियान जारी रखा। इस दौरान मुख्य बाजार में दर्जनों दुकानों के के आगे टीनशैड और फर्श ध्वस्त कर दिया गया। प्रशासन ने गुरमीत सिंह की दुकान की दीवार तोड़ने के बाटा शोरूम, कामधेनु पेन्ट्स, कबीर गारमेंट्स, गुरूनानक स्टोर, फिलिप्स इलेक्ट्रॉनिक्स, जीत इलेक्ट्रॉनिक्स, बत्र इलेक्ट्रॉनिक्स, पादुका पैलेस, कमल ज्वैलर्स, आकाश शू सेंटर, सुरेंद्र हार्डवेयर स्टोर और इकबाल चंद जगदीश कुमार भगत सिंह चौक तक कई पक्के निर्माण ध्वस्त किये।