यूटीयू कुलपति पर गिरी गाज, कामकाज पर लगाई रोक
देहरादून : उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) के कुलपति प्रो प्रदीप कुमार गर्ग को राजभवन और सरकार के आदेशों की नाफरमानी भारी पड़ी। राजभवन ने कुलपति प्रो गर्ग के खिलाफ जांच विचाराधीन होने के कारण उनके अधिकार सीज करते हुए अग्रिम आदेशों तक कार्य से विरत रहने के आदेश दिए हैं।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय बादशाहीथौल के कुलपति डॉ यूएस रावत को तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। डॉ. रावत ने मंगलवार को पदभार संभाल लिया।
यूटीयू के कुलपति प्रो गर्ग के खिलाफ जांच कार्यवाही विचाराधीन है। उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय में उपनल के जरिये आउटसोर्स पर कार्मिकों की नियुक्ति पर सवाल उठ चुके हैं। शासन स्तर पर गठित जांच समिति ने विश्वविद्यालय में अवैध तरीके से नियुक्तियां और वित्तीय अनियमितता की पुष्टि की थी।
जांच समिति की रिपोर्ट पर सरकार ने विश्वविद्यालय में असृजित पदों पर रखे गए व्यक्तियों की सेवाएं तुरंत समाप्त करने और इसके लिए दोषी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के आदेश कुलपति को दिए थे।
शासन की ओर से बीती 17 अक्टूबर को कुलपति को नोटिस भेजकर उनका जवाब तलब किया गया था। बताया जा रहा है कि कुलपति की ओर से शासन को जवाब नहीं दिया गया।
इसके अलावा कुलपति पर सरकार और राजभवन के निर्देशों के उल्लंघन के आरोप लगते रहे हैं। राज्यपाल डॉ कृष्णकांत पाल ने कुलपति प्रो गर्ग के खिलाफ जांच कार्यवाही विचाराधीन होने के मद्देनजर अग्रिम आदेशों तक उनके कामकाज करने पर रोक लगा दी है।
गौरतलब है कि प्रो गर्ग ने कुलपति पद पर 21 अप्रैल, 2015 को कार्यभार संभाला था। उनके कार्यकाल में उत्तराखंड स्टेट एंट्रेंस एग्जामिनेशन काउंसिलिंग सवालों के घेरे में आ गई थी। काउंसिलिंग बोर्ड के सदस्यों ने उन्हें बताए बगैर ही सीटें आवंटित करने का आरोप लगाया था।
News Source: jagran.com