शून्य से नीचे गिरा तापमान, केदारनाथ से लौटे 70 श्रमिक
रुद्रप्रयाग : केदारनाथ में कड़ाके की सर्दी के बीच पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे लोक निर्माण विभाग के सभी 70 श्रमिक लौट गए हैं। इन श्रमिकों का कहना है कि ऐसे में मौसम में काम करने में परेशानी हो रही है। इनमें से कुछ श्रमिक सोनप्रयाग तो शेष मंदिर से पांच किलोमीटर दूर लिनचौली में हैं। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि मौसम अनुकूल होते ही श्रमिक केदारनाथ लौट जाएंगे।
केदारनाथ में इन दिनों पुनर्निर्माण कार्य चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरुप केदारपुरी को नया रूप दिया जा रहा है। इसके तहत मंदिर के पीछे सौंदर्यीकरण के साथ ही मार्ग को चौड़ा करना और घाट व बाढ़ सुरक्षा दीवार का निर्माण मुख्य है।
इन कार्यों में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के डेढ़ सौ और लोक निर्माण विभाग के 70 श्रमिक अंजाम दे रहे थे। राज्य सरकार का कहना है कि पूरे शीतकाल में पुनर्निर्माण कार्य जारी रहेंगे। आने वाले यात्रा सीजन से पहले ज्यादातर काम पूरा किया जाना है।
इस बीच मंगलवार को केदारनाथ में तीन फीट बर्फबारी हुई है और रात को पारा शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे जा रहा है। ऐसे में पानी तक जम चुका है और वहां रह रहे लोगों को पानी के लिए बर्फ पिघलानी पड़ रही है।
गुरुवार को एकाएक लोक निर्माण विभाग के सभी श्रमिक केदारनाथ से वापस लौट गए। सूत्रों के अनुसार इन श्रमिकों को कहना है कि विपरीत मौसम में काम करना संभव नहीं हो रहा है। गौरतलब है कि आने वाले समय में मौसम और भी गुल खिलाएगा। जनवरी और फरवरी में यहां भारी बर्फबारी होती है। श्रमिकों के इस रुख ने प्रशासन की भी चिंता बढ़ा दी है।
जिलाधिकारी ने कहा कि श्रमिकों से बात हो चुकी है और हालात अनुकूल होते ही वे केदारनाथ लौटेंगे। उन्होंने बताया कि लौटे श्रमिकों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है।