दिल्ली उपचुनावः बवाना सीट पर महज 45 फीसद मतदान, 28 को आएगा परिणाम
नई दिल्ली । बवाना विधानसभा सीट के लिए बुधवार को हुए मतदान के बाद आठ प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। कड़ी सुरक्षा के बीच करीब 45 फीसद मतदान हुआ। वर्ष- 2015 में इसी विधानसभा क्षेत्र में हुए आम चुनाव में 61.83 फीसद वोटिंग हुई थी, लेकिन उप चुनाव में वोटिंग को लेकर लोगों में कुछ कम उत्साह दिखा।
बारिश ने मतदान में डाला खलल
दोपहर में हुई बारिश को भी इसका कारण माना जा रहा है। चुनाव के बीच कहीं कोई हिंसक वारदात नहीं हुई लेकिन, कुछ जगहों पर ईवीएम में गड़बड़ी से वोटिंग में परेशानी जरूर हुई। अब 28 अगस्त को चुनाव परिणाम आने के बाद ही तय होगा कि बवाना क्षेत्र के लोगों ने किसे अपनाया और किसे नकारा।
वोटिंग की बात करें तो पॉश और शहरी क्षेत्रों के मुकाबले गांवों, अनाधिकृत और जेजे कॉलोनियों में मतदान के प्रति ज्यादा उत्साह देखा गया।
रोहिणी जैसे शहरी क्षेत्रों में सुबह से मतदान की रफ्तार बेहद धीमी रही। रोहिणी के सेक्टर-20, 21, 22 के मतदान केंद्रों पर सुबह 11 बजे मतदान का ग्राफ 15 फीसद को भी पार नहीं कर सका था।
दोपहर एक बजे तक भी मात्र 20 फीसद मतदान हुआ। वहीं, इसके उलट बवाना और इसकेआसपास के गांव समेत जेजे कॉलोनियों में एक बजे तक मतदान 30 फीसद तक पहुंच चुका था।
दोपहर करीब 12 बजे बारिश होने के कारण मतदान की गति धीमी पड़ी और बारिश समाप्त होने के बाद वोटिंग का सिलसिला तेज हुआ। इसलिए दोपहर बाद ही वोटिंग का फीसद भी बढ़ा।
पोलिंग बूथ बढ़े, पर मतदान नहीं
उप चुनाव में आम आदमी पार्टी के रामचंद्र, भाजपा के वेद प्रकाश और कांग्रेस के सुरेंद्र कुमार सहित आठ प्रत्याशी मैदान में हैं। कुल 2,94,589 मतदाता थे और उनके लिए कुल 67 मतदान परिसरों में 379 बूथ बनाए गए थे। इसका मकसद मतदाताओं को लंबी कतार से बचाना था। इसके बावजूद मतदान का फीसद कम रहा।